Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Jun 2024 · 1 min read

सोच

शीर्षक -सोच…. मन की
************
हम सभी की सोच ही तो जीवन होती हैं।
सोच मन‌ भावों की अपनी एक रहती हैं।
चाहत और यादों की सोच मन की होती हैं।
हमारे जीवन में बस एक सोच मन में रहतीं हैं।
सच और झूठ फरेब एक सोच ही तो होती हैं।
सोच एक मन की चंचलता भी हमें कहतीं हैं।
जिंदगी अपनी फिर भी सोच मन‌ की रहती हैं।
आज और कल पल में सोच बदलतीं रहती हैं।
हां निःस्वार्थ सोच मन की हमारे साथ होती हैं।
हम सभी जीवन की राह पर सोच रखते हैं।
सोच एक मन में तेरे मेरे सपने भी कहतीं हैं।
सच तो यही जीवन का सच सोच होती हैं।
बस हम सबकी सोच मन की बात होती है।
आओ सोच मन की हम अपनी कहते हैं।
**********************
नीरज अग्रवाल चंदौसी उ.प्र

Language: Hindi
1 Like · 3 Comments · 113 Views

You may also like these posts

Y
Y
Rituraj shivem verma
मोहब्बत का वो दावा कर रहा होगा
मोहब्बत का वो दावा कर रहा होगा
अंसार एटवी
*बदलाव की लहर*
*बदलाव की लहर*
sudhir kumar
तरुण
तरुण
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
रक्षाबंधन
रक्षाबंधन
Santosh kumar Miri
बहुत ही सुंदर सवाल~जवाब 💯
बहुत ही सुंदर सवाल~जवाब 💯
Shubham Pandey (S P)
नसीबों का मुकद्दर पर अब कोई राज़ तो होगा ।
नसीबों का मुकद्दर पर अब कोई राज़ तो होगा ।
Phool gufran
‌‌‌ भजन
‌‌‌ भजन
Mangu singh
"हमें कहा मालूम था कि इश्क़ होता क्या है !
Vishal Prajapati
जनता मुफ्त बदनाम
जनता मुफ्त बदनाम
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
कविता बस ऐसी होती है
कविता बस ऐसी होती है
आशा शैली
पर्व है ऐश्वर्य के प्रिय गान का।
पर्व है ऐश्वर्य के प्रिय गान का।
surenderpal vaidya
मैं नहीं हूं अपने पापा की परी
मैं नहीं हूं अपने पापा की परी
Pramila sultan
अज़िय्यत-ए-इंतहा में शायद कोई मुस्कुराता नहीं,
अज़िय्यत-ए-इंतहा में शायद कोई मुस्कुराता नहीं,
Shikha Mishra
दिल टूटा हुआ लेकर
दिल टूटा हुआ लेकर
Minal Aggarwal
तो हमें भुलाओगे कैसे
तो हमें भुलाओगे कैसे
डॉ. एकान्त नेगी
रंग बिरंगी दुनिया होती हैं।
रंग बिरंगी दुनिया होती हैं।
Neeraj Agarwal
नन्ही परी और घमंडी बिल्ली मिनी
नन्ही परी और घमंडी बिल्ली मिनी
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
आधा - आधा
आधा - आधा
Shaily
Life is trapped in the hold of time, but there are some mome
Life is trapped in the hold of time, but there are some mome
Ritesh Deo
पथ सहज नहीं रणधीर
पथ सहज नहीं रणधीर
Shravan singh
"संघर्ष "
Yogendra Chaturwedi
23/105.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/105.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
आधे अधूरे ख्वाब
आधे अधूरे ख्वाब
ललकार भारद्वाज
किस क़दर बेकार है
किस क़दर बेकार है
हिमांशु Kulshrestha
स्वर्ग से सुंदर मेरा भारत
स्वर्ग से सुंदर मेरा भारत
Mukesh Kumar Sonkar
"विकसित भारत" देखना हो, तो 2047 तक डटे रहो बस। काल के कपाल प
*प्रणय*
खानदानी चाहत में राहत🌷
खानदानी चाहत में राहत🌷
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
गजल सगीर
गजल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
2122 1212 22/112
2122 1212 22/112
SZUBAIR KHAN KHAN
Loading...