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23 Jun 2024 · 1 min read

न जुमला, न आरोपों की राजारानी चाहिए।

न जुमला, न आरोपों की राजारानी चाहिए।
नेताजी दिल्लीवालों को सिर्फ पानी चाहिए।।
बेपानी को नेता चुनकर खुद बिनपानी होगई दिल्ली।
मौसी समझ सत्ता सौंपा तो सारा दूध ही पीगई बिल्ली।।

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