Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Jun 2024 · 1 min read

“चीख उठते पहाड़”

“चीख उठते पहाड़”
बारूद की बू से आज
चीख उठते हैं पहाड़,
काँप उठती रूहें उसकी
डरते हैं झाड़-झंखाड़।
प्रकृति के आरम्भ से ही
पहाड़ था मानव का साथी,
कुत्ता घोड़ा बैल सहित
साथ रहता था कभी हाथी।

2 Likes · 2 Comments · 87 Views
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all

You may also like these posts

"शाही व्यंजन"
Dr. Kishan tandon kranti
किसी से लड़ के छोडूँगा न ही अब डर के छोड़ूँगा
किसी से लड़ के छोडूँगा न ही अब डर के छोड़ूँगा
अंसार एटवी
23/214. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/214. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*सावन में अब की बार
*सावन में अब की बार
Poonam Matia
आशीष के दीप है जलाती, दुखों के तम से बचाती है माँ।
आशीष के दीप है जलाती, दुखों के तम से बचाती है माँ।
Dr Archana Gupta
गर मनपसंद साथ ना मिले तो तन्हाई रास आ ही जाती है।
गर मनपसंद साथ ना मिले तो तन्हाई रास आ ही जाती है।
Shikha Mishra
- हम खुद को संभाल लेंगे -
- हम खुद को संभाल लेंगे -
bharat gehlot
रिश्तों में आपसी मजबूती बनाए रखने के लिए भावना पर ध्यान रहना
रिश्तों में आपसी मजबूती बनाए रखने के लिए भावना पर ध्यान रहना
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
शिवाजी
शिवाजी
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
ये जो फेसबुक पर अपनी तस्वीरें डालते हैं।
ये जो फेसबुक पर अपनी तस्वीरें डालते हैं।
Manoj Mahato
बेटी
बेटी
अरशद रसूल बदायूंनी
हां मैं एक मजदूर हूं
हां मैं एक मजदूर हूं
डॉ. एकान्त नेगी
मैं उड़ना चाहती हूं।
मैं उड़ना चाहती हूं।
Kanchan Alok Malu
हो चाहे कठिन से भी कठिन काम,
हो चाहे कठिन से भी कठिन काम,
Ajit Kumar "Karn"
सत्याधार का अवसान
सत्याधार का अवसान
Shyam Sundar Subramanian
नाकाम पिता
नाकाम पिता
Shyam Vashishtha 'शाहिद'
भरी रंग से जिंदगी, कह होली त्योहार।
भरी रंग से जिंदगी, कह होली त्योहार।
Suryakant Dwivedi
जिंदगी खेत से
जिंदगी खेत से
आकाश महेशपुरी
वर्ल्डकप-2023 सुर्खियां
वर्ल्डकप-2023 सुर्खियां
गुमनाम 'बाबा'
दादी माँ - कहानी
दादी माँ - कहानी
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
रिश्ते सभी सिमटते जा रहे है,
रिश्ते सभी सिमटते जा रहे है,
पूर्वार्थ
बेटियों  को  रोकिए  मत  बा-खुदा ,
बेटियों को रोकिए मत बा-खुदा ,
Neelofar Khan
तुम मुझे मेरा गिफ़्ट ये देना
तुम मुझे मेरा गिफ़्ट ये देना
MEENU SHARMA
क्षणिक सुख ...
क्षणिक सुख ...
sushil sarna
*आचार्य बृहस्पति और उनका काव्य*
*आचार्य बृहस्पति और उनका काव्य*
Ravi Prakash
“मृदुलता”
“मृदुलता”
DrLakshman Jha Parimal
दोहे
दोहे
डॉ नवीन जोशी 'नवल'
यक्षिणी- 25
यक्षिणी- 25
Dr MusafiR BaithA
किताब ए दिल
किताब ए दिल
हिमांशु Kulshrestha
*Cloud Nine*
*Cloud Nine*
Veneeta Narula
Loading...