सपनों का ताना बना बुनता जा
जिस स्त्री के पति कार्य के सिलसिले में अगर उनसे दूर रहते है
*शत-शत नमन वीर पृथ्वीराज चौहान (कुंडलिया )*
गैरों से कोई नाराजगी नहीं
स्वीकार्यता समर्पण से ही संभव है, और यदि आप नाटक कर रहे हैं
आज जगा लें अंतःकरण।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
“Don't give up because of one bad chapter in your life.
i always ask myself to be worthy of things, of the things th
जीना चाहती हूं जिंदगी को अपने ही ढंग से
*शीर्षक - प्रेम ..एक सोच*
विश्व के हर मनुष्य के लिए करुणा होनी चाहिए