Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 May 2024 · 1 min read

उसी वादी में

नीरव
तुम मुझे वहीं मिलना
उसी वादी में
जिसका जिक्र रूमी ने किया है
जहाँ सब कुछ सुंदर है
हर सही गलत की
परिभाषा से परे
बस, तुम और मैं
तुम शब्द मैं अर्थ
तुम बिंदु मैं विस्तार
तुम हिमखंड मैं पिघलती जलधार
तुम आकाश मैं धरा
दूर क्षितिज पर मिलते हुए
जहाँ लाल सूरज डूबता है
बस वहीं सब कुछ पूर्ण है
सहज, प्राकृतिक और सुंदर
नीरव
तुम मुझे वहीं मिलना
उसी वादी में
जिसका जिक्र रूमी ने किया है….

©️कंचन”अद्वैता”

133 Views
Books from Kanchan Advaita
View all

You may also like these posts

धनतेरस के अवसर पर ,
धनतेरस के अवसर पर ,
Yogendra Chaturwedi
*तुम और  मै धूप - छाँव  जैसे*
*तुम और मै धूप - छाँव जैसे*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
- अपनो के लिए जीना जीवन दुश्वार कर गया -
- अपनो के लिए जीना जीवन दुश्वार कर गया -
bharat gehlot
thanhthienphu
thanhthienphu
Thanh Thiên Phú
दोहा
दोहा
sushil sarna
वक्त
वक्त
DrAmit Sharma 'Snehi'
क्या मिला तुझको?
क्या मिला तुझको?
मिथलेश सिंह"मिलिंद"
जीत
जीत
Ahtesham Ahmad
तुमको अच्छा तो मुझको इतना बुरा बताते हैं,
तुमको अच्छा तो मुझको इतना बुरा बताते हैं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
वटसावित्री
वटसावित्री
Rambali Mishra
" कातिल "
Dr. Kishan tandon kranti
रोशनी सूरज की कम क्यूँ हो रही है।
रोशनी सूरज की कम क्यूँ हो रही है।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
पी जाता हैं प्यास भी, .....मेरी वो हर बार ।
पी जाता हैं प्यास भी, .....मेरी वो हर बार ।
RAMESH SHARMA
बरबादी के साल हवे ई
बरबादी के साल हवे ई
आकाश महेशपुरी
ग़ज़ल
ग़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
मैं दुआ करता हूं तू उसको मुकम्मल कर दे,
मैं दुआ करता हूं तू उसको मुकम्मल कर दे,
Abhishek Soni
कौन सा जादू टोना करते बाबा जी।
कौन सा जादू टोना करते बाबा जी।
सत्य कुमार प्रेमी
कुंवारों का तो ठीक है
कुंवारों का तो ठीक है
शेखर सिंह
अहंकार अभिमान रसातल की, हैं पहली सीढ़ी l
अहंकार अभिमान रसातल की, हैं पहली सीढ़ी l
Shyamsingh Lodhi Rajput "Tejpuriya"
4126.💐 *पूर्णिका* 💐
4126.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
बिछड़ गए साथी सब
बिछड़ गए साथी सब
SATPAL CHAUHAN
आध्यात्मिक जीवन का अर्थ है कि हम अपने शरीर विचार भावना से पर
आध्यात्मिक जीवन का अर्थ है कि हम अपने शरीर विचार भावना से पर
Ravikesh Jha
"जो पास है उसकी कद्र नहीं है ll
पूर्वार्थ
गीतिका
गीतिका
जगदीश शर्मा सहज
बड़े ही फक्र से बनाया है
बड़े ही फक्र से बनाया है
VINOD CHAUHAN
जब अपनी बात होती है,तब हम हमेशा सही होते हैं। गलत रहने के बा
जब अपनी बात होती है,तब हम हमेशा सही होते हैं। गलत रहने के बा
Paras Nath Jha
तुम न आये मगर..
तुम न आये मगर..
लक्ष्मी सिंह
एकांत
एकांत
Shally Vij
एक पल
एक पल
Meera Thakur
*जाते जग से जीव सब, जग का यही विधान (कुंडलिया)*
*जाते जग से जीव सब, जग का यही विधान (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
Loading...