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13 Aug 2024 · 1 min read

किण गुनाह रै कारणै, पल-पल पारख लेय।

किण गुनाह रै कारणै, पल-पल पारख लेय।
मांगू इतरौ मावड़ी अभयदांन थ्हूं देय।।

जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया..✍️

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