#धरपकड़-

#धरपकड़-
■ रसूखदार कहिन…।।
[प्रणय प्रभात]
“देश संविधान से चलेगा। देश संविधान से चलेगा। देश संविधान से ही चलेगा और हम स्व-विधान (मनमानी/मनमर्ज़ी) से चलेंगे।।”
रसूखदार बोले तो नेता और नौकरशाह। जय हो सफ़ेद हाथियों और उन पर सवार काले कुबेरों की।।
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-सम्पादक-
न्यूज़&व्यूज (मप्र)