Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 May 2024 · 1 min read

बहुत गहरी थी रात

बहुत गहरी थी रात लेकिन
हम अब तक सोए नहीं,
किसी की याद आ रही है
दूसरे खयालों में कोई नहीं,
दर्द बहुत था दिल में लेकिन
हम अभी तक रोए नहीं,
कोई नहीं हमारा
जो पूछे हमसे हाल हमारा
हमारे हाथों को पकड़ कर पूछे
आधी रात को
जग रहे हो किसी के लिए
या किसी के लिए सोए ही नहीं?
बहुत गहरी थी रात लेकिन
हम अब तक सोए नहीं।
: राकेश देवडे़ बिरसावादी

Language: Hindi
94 Views

You may also like these posts

#काकोरी_दिवस_आज
#काकोरी_दिवस_आज
*प्रणय*
भक्ति गीत (जय शिव शंकर)
भक्ति गीत (जय शिव शंकर)
Arghyadeep Chakraborty
'सर्वे नागा: प्रीयन्तां मे ये केचित् पृथ्वीतले। ये च हेलिमरी
'सर्वे नागा: प्रीयन्तां मे ये केचित् पृथ्वीतले। ये च हेलिमरी
Shashi kala vyas
"नमक का खारापन"
Dr. Kishan tandon kranti
उम्र भर इस प्रेम में मैं बस तुम्हारा स्वप्न पाऊंँ
उम्र भर इस प्रेम में मैं बस तुम्हारा स्वप्न पाऊंँ
दीपक झा रुद्रा
Ignorance is the shield
Ignorance is the shield
Chitra Bisht
शेखर सिंह
शेखर सिंह
शेखर सिंह
किराये के मकानों में
किराये के मकानों में
करन ''केसरा''
वो गुलमोहर जो कभी, ख्वाहिशों में गिरा करती थी।
वो गुलमोहर जो कभी, ख्वाहिशों में गिरा करती थी।
Manisha Manjari
🙏🏻*गुरु पूर्णिमा*🙏🏻
🙏🏻*गुरु पूर्णिमा*🙏🏻
Dr. Vaishali Verma
मैंने कभी न मानी हार (1)
मैंने कभी न मानी हार (1)
Priya Maithil
बिना खड़क बिन ढाल
बिना खड़क बिन ढाल
RAMESH SHARMA
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
गरीब हैं लापरवाह नहीं
गरीब हैं लापरवाह नहीं
Dr. Pradeep Kumar Sharma
पितरों के लिए
पितरों के लिए
Deepali Kalra
अगर मैं तमाचा जड़ दूं किसी के अहम पर तो हंगामा ही तो होगा।।
अगर मैं तमाचा जड़ दूं किसी के अहम पर तो हंगामा ही तो होगा।।
Ashwini sharma
3513.🌷 *पूर्णिका* 🌷
3513.🌷 *पूर्णिका* 🌷
Dr.Khedu Bharti
चमक वह जो तमस् मिटा दे
चमक वह जो तमस् मिटा दे
Mahender Singh
कर्मफल
कर्मफल
Rambali Mishra
मंजिल को अपना मान लिया।
मंजिल को अपना मान लिया।
Kuldeep mishra (KD)
जो कभी सबके बीच नहीं रहे वो समाज की बात कर रहे हैं।
जो कभी सबके बीच नहीं रहे वो समाज की बात कर रहे हैं।
राज वीर शर्मा
जीवन में,
जीवन में,
नेताम आर सी
ख्वाब रूठे हैं मगर हौसले अभी जिंदा है हम तो वो शख्स हैं जिसस
ख्वाब रूठे हैं मगर हौसले अभी जिंदा है हम तो वो शख्स हैं जिसस
ललकार भारद्वाज
- ख्वाईश बस इतनी सी है -
- ख्वाईश बस इतनी सी है -
bharat gehlot
What strange things did Modi Ji say on foreign soil? The ear
What strange things did Modi Ji say on foreign soil? The ear
DrLakshman Jha Parimal
दस्तक देते हैं तेरे चेहरे पर रंग कई,
दस्तक देते हैं तेरे चेहरे पर रंग कई,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
*रामपुर में विवाह के अवसर पर सेहरा गीतों की परंपरा*
*रामपुर में विवाह के अवसर पर सेहरा गीतों की परंपरा*
Ravi Prakash
क्यों बात करें बीते कल की
क्यों बात करें बीते कल की
Manoj Shrivastava
एक गल्ती ने सांवरे की, नजरों से गिरा दिया।
एक गल्ती ने सांवरे की, नजरों से गिरा दिया।
श्याम सांवरा
कुंडलिया
कुंडलिया
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
Loading...