Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 May 2024 · 1 min read

नई शिक्षा

आओ मिलकर साथ चलें हम
हाथ से हाथ मिलाकर बढ़े हम
नई शिक्षा का आगाज़ करें हम
हर बच्चे का सर्वांगीण विकास करें हम,
अर्थ नहीं शिक्षा का केवल
अक्षर ज्ञान करवाना
यह तो है व्यक्तित्व के हर पहलू
को सशक्त बनाना
आओ विकास के विचारों
को एकसाथ करें हम
शिक्षा के आसमान को नये
रंगों से भरें हम
एक मंच दें सबको,
दें सबको समान अवसर
अपने अपने अनुभवों से लाएँ
क्रांति हर दिन हर पल
नई तकनीक नए पहलुओं से
सबको रूबरू करवाएँ हम
सबके विकास की राह बनाएँ हम
शिक्षा में क्रांति लाएँ हम
सब में नई चेतना
नई जागृति जगाएँ हम

Language: Hindi
2 Likes · 69 Views

You may also like these posts

"नंगे पाँव"
Pushpraj Anant
हार नहीं मानेंगे, यूं अबाद रहेंगे,
हार नहीं मानेंगे, यूं अबाद रहेंगे,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
ग़ज़ल _ आज उनको बुलाने से क्या फ़ायदा।
ग़ज़ल _ आज उनको बुलाने से क्या फ़ायदा।
Neelofar Khan
मेरा आशियाना
मेरा आशियाना
Ritu Asooja
"चित्तू चींटा कहे पुकार।
*प्रणय*
प्रीत
प्रीत
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
*मूर्तिकार के अमूर्त भाव जब,
*मूर्तिकार के अमूर्त भाव जब,
सत्यम प्रकाश 'ऋतुपर्ण'
Dating Affirmations:
Dating Affirmations:
पूर्वार्थ
किसी से लड़ के छोडूँगा न ही अब डर के छोड़ूँगा
किसी से लड़ के छोडूँगा न ही अब डर के छोड़ूँगा
अंसार एटवी
Yes,u r my love.
Yes,u r my love.
Priya princess panwar
तुमको हक है जिंदगी अपनी जी लो खुशी से
तुमको हक है जिंदगी अपनी जी लो खुशी से
VINOD CHAUHAN
बाल कविता: मूंगफली
बाल कविता: मूंगफली
Rajesh Kumar Arjun
तेरी आँखों की जो ख़ुमारी है
तेरी आँखों की जो ख़ुमारी है
Meenakshi Masoom
।। जीवन प्रयोग मात्र ।।
।। जीवन प्रयोग मात्र ।।
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
#यदि . . . !
#यदि . . . !
वेदप्रकाश लाम्बा लाम्बा जी
नहीं टिकाऊ यहाँ है कुछ भी...
नहीं टिकाऊ यहाँ है कुछ भी...
आकाश महेशपुरी
मुझे सहारा नहीं तुम्हारा साथी बनना है,
मुझे सहारा नहीं तुम्हारा साथी बनना है,
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
उनकी नाराज़गी से हमें बहुत दुःख हुआ
उनकी नाराज़गी से हमें बहुत दुःख हुआ
Govind Kumar Pandey
मेरा नाम .... (क्षणिका)
मेरा नाम .... (क्षणिका)
sushil sarna
ग़ज़ल
ग़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
काव्य
काव्य
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
सांझ
सांझ
Lalni Bhardwaj
प्रेम पथिक
प्रेम पथिक
Aman Kumar Holy
*मधुमास में मृदु हास ही से, सब सुवासित जग करें (गीत)*
*मधुमास में मृदु हास ही से, सब सुवासित जग करें (गीत)*
Ravi Prakash
आओ मना लें नया वर्ष हम
आओ मना लें नया वर्ष हम
Ashok Sharma
एक स्त्री का किसी पुरुष के साथ, सरल, सहज और सुरक्षित अनुभव क
एक स्त्री का किसी पुरुष के साथ, सरल, सहज और सुरक्षित अनुभव क
Ritesh Deo
-बहुत देर कर दी -
-बहुत देर कर दी -
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
दोहा पंचक. . . रोटी
दोहा पंचक. . . रोटी
Sushil Sarna
*मनः संवाद----*
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
नींद कि नजर
नींद कि नजर
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
Loading...