मैने थोडी देर कर दी,तब तक खुदा ने कायनात बाँट दी।
पंडित कोई जन्म से , हुआ नहीं विद्वान
सीता स्वयंवर (सखी वार्ता)
पलक झपकते हो गया, निष्ठुर मौन प्रभात ।
करके RJD से हलाला फिर BJP से निकाह कर लिया।
दोस्तों बस मतलब से ही मतलब हो,
School ke bacho ko dusre shehar Matt bhejo
रात भी तन्हाई भरी काटना ऐ मेरे दोस्त,
Dr Arun Kumar shastri एक अबोध बालक arun atript
मैं अक्सर शायरी लिखता हूँ
वाक्य-वाक्य में नीति और नित मानवता सिखलाने वाले,