एक शिक्षक होना कहाँ आसान है....
सच जानते हैं फिर भी अनजान बनते हैं
किसान
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
जितना रोज ऊपर वाले भगवान को मनाते हो ना उतना नीचे वाले इंसान
जो बातें कही नहीं जातीं , बो बातें कहीं नहीं जातीं।
अब यह अफवाह कौन फैला रहा कि मुगलों का इतिहास इसलिए हटाया गया
हमें भी जिंदगी में रंग भरने का जुनून था
याद रख इस दुनिया में माँ-बाप के
कहानियां उनकी भी होती है, जो कभी सफल नहीं हुए हर बार मेहनत क
*कौन जाने जिंदगी यह ,जीत है या हार है (हिंदी गजल)*
तू
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
लघुकथा- "कैंसर" डॉ तबस्सुम जहां