Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 May 2024 · 1 min read

भारत भविष्य

है जा कहाँ रहा ये भारत भविष्य,
अध्ययन से ही विमुख हो रहे शिष्य।
है न परिष्कृत जीवन की चिंता,
है न किसी भांति लज्जा की चिंता।
स्वच्छंद उदंडता की एक मनोभाव,
समझा है यही उसकी पराकाष्ठ छाव।
यहाँ इने गुने कुछ अभिभावक चार,
जिनके हाथों हो रहे बच्चे बीमार।
उनके अनमोल कथन कुछ होते ऐसे,
हम, देते अपने बच्चों के शिक्षण पैसे।
मेरे पैसों पर ही है संस्था पले,
अपराधी भी तनय मेरे ही हैं भले?
निजी संस्था को है बस पैसों से काम,
विघटित हो रहे समाज के बच्चे अविराम।
और अद्वितीय हैं विद्यालय सरकारी,
जहाँ मिले बस दाल-भात-तरकारी
। सरकारों का है राजनीतिक हथकंडा,
किसी कारण भी चले न बच्चों पर डंडा।
न हीं है करने का अधिकार अनुतीर्ण,
हों भले बच्चे बौधिक क्षमता के जीर्ण,
अब बच्चों में न होता असफलता का भय,
न ही रह गया पढने का कोई ध्येय।
शिक्षक पर चला अंकुश पर अंकुश,
बच्चे हो चले निर्विघ्नं निरंकुश।
था कभी 45 प्रतिशत का अपना महत्व,
आज 90 प्रतिशत में भी है न कोई सत्व।
है और कई इस के अवगुण,
एक महत्वपूर्ण हिस्सा भी सुन।
शिक्षक को मिला स्टाफ का छाप,
उड़ गई उनकी सारी प्रसिद्धियाॅं बन कर भाफ।
अब शिक्षक से डरता‌ कौन,
हुआ जब गुरु प्रति सम्मान मौन।
धन दुर्दांत के शिक्षक शिकार,
क्षीण हो रहा सारा अधिकार,
गुरु जी रह गए बस दोहण यंत्र,
थे कभी जो समस्त सृष्टि ज्ञान के तंत्र।
शिक्षालय से शिक्षा हो रही अदृश्य,
अध्ययन से ही विमुख हो रहे शिष्य।
क्रमशः

उमा झा

Language: Hindi
157 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from उमा झा
View all

You may also like these posts

*कुल मिलाकर आदमी मजदूर है*
*कुल मिलाकर आदमी मजदूर है*
sudhir kumar
कौन कहता है की डॉक्टर मनमोहन सिंह accidental प्रधानमंत्री थी
कौन कहता है की डॉक्टर मनमोहन सिंह accidental प्रधानमंत्री थी
Rj Anand Prajapati
महाकवि विद्यापति आ महारानी लखिमा देवी: प्रेम प्रसंग!
महाकवि विद्यापति आ महारानी लखिमा देवी: प्रेम प्रसंग!
Acharya Rama Nand Mandal
दिल के दरवाजे भेड़ कर देखो - संदीप ठाकुर
दिल के दरवाजे भेड़ कर देखो - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
जब अपनी बात होती है,तब हम हमेशा सही होते हैं। गलत रहने के बा
जब अपनी बात होती है,तब हम हमेशा सही होते हैं। गलत रहने के बा
Paras Nath Jha
कोई इस कदर भी
कोई इस कदर भी
Chitra Bisht
*मनः संवाद----*
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
तमन्ना है मेरे दिल की
तमन्ना है मेरे दिल की
हिमांशु Kulshrestha
मैं बंजारा बन जाऊं
मैं बंजारा बन जाऊं
Lodhi Shyamsingh Rajput "Tejpuriya"
हमको रखना था सबका दिल यूँ भी
हमको रखना था सबका दिल यूँ भी
Dr fauzia Naseem shad
शब्द ब्रह्म अर्पित करूं
शब्द ब्रह्म अर्पित करूं
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
मदद का हाथ अगर तुम बढ़ा सको तो चलो
मदद का हाथ अगर तुम बढ़ा सको तो चलो
Anis Shah
*मोबाइल इंसानी जीवन पर भारी*
*मोबाइल इंसानी जीवन पर भारी*
Vaishaligoel
वनिता
वनिता
Satish Srijan
ग़ज़ल
ग़ज़ल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
शीत
शीत
Mahesh Tiwari 'Ayan'
ख़ुशियाँ हो जीवन में, गुलाब होने का हर्ष रहे
ख़ुशियाँ हो जीवन में, गुलाब होने का हर्ष रहे
आर.एस. 'प्रीतम'
"हल्दी"
Dr. Kishan tandon kranti
महाराजा अग्रसेन, प्राचीन अग्रोहा और अग्रवाल समाज
महाराजा अग्रसेन, प्राचीन अग्रोहा और अग्रवाल समाज
Ravi Prakash
प्रेम
प्रेम
विशाल शुक्ल
कई बात अभी बाकी है
कई बात अभी बाकी है
Aman Sinha
मनुवा तेरे
मनुवा तेरे
Santosh kumar Miri
रोआ के न जइहऽ
रोआ के न जइहऽ
आकाश महेशपुरी
तुम्हें क्या लाभ होगा, ईर्ष्या करने से
तुम्हें क्या लाभ होगा, ईर्ष्या करने से
gurudeenverma198
अंधेरी रात
अंधेरी रात
Shekhar Chandra Mitra
वो अपने दर्द अपनी पीड़ा में ही उलझे रहे
वो अपने दर्द अपनी पीड़ा में ही उलझे रहे
सोनम पुनीत दुबे "सौम्या"
"सम्मान व संस्कार व्यक्ति की मृत्यु के बाद भी अस्तित्व में र
डॉ कुलदीपसिंह सिसोदिया कुंदन
" मेरा राज मुझको कभी हारने नहीं देता "
Dr Meenu Poonia
Sadness is caused by intelligence, the more you understand c
Sadness is caused by intelligence, the more you understand c
पूर्वार्थ
ଆପଣ କିଏ??
ଆପଣ କିଏ??
Otteri Selvakumar
Loading...