Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 May 2024 · 1 min read

मां बाप

मां बाप
———
बैठा था आज मैं मां के बारे में लिखने
पता लग नही रहे थे सही शब्द सूझने
लिखते लिखते मेरी कलम थक गई
कोशिश करनेवालों की हार नही हुई।।1।।

नौ महीने गोद में उसने पाला था मुझको
सारे संस्कारों के रस भिगोया था मुझको
जरूरत क्या थी उसे ऐसा करने की
ऐसे ही जन्म देती मुझे जग में आने की।।2।।

कई संतान आजकल कहते है की
अंजाम है हम मां बाप की मजा की
चाहता हूं कहना ऐसे संतानों को
खुद कभी पूछ ले अंदर के इंसान को।।3।।

ना मिले होते अच्छे पालन पोषण को
ना मिले होते कभी अच्छे इंसान को
क्या तुम भी कभी अच्छी राह चलते
क्या तुम भी कभी अच्छे इंसान बनते।।4।।

निसर्ग की व्यवस्था में खलन नहीं डालते
वरना कुत्ते बिल्लियों को इंसान पैदा होते
शुक्र करो वक्त हैं अभी अपने मां बाप का
वो नही होते कैसा आप जीवन यापन करते।।5।।

मंदार गांगल ” मानस”

Language: Hindi
1 Like · 172 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Mandar Gangal
View all

You may also like these posts

राम जीवन मंत्र है
राम जीवन मंत्र है
Sudhir srivastava
*** चोर ***
*** चोर ***
Chunnu Lal Gupta
एक गुल्लक रख रखी है मैंने,अपने सिरहाने,बड़ी सी...
एक गुल्लक रख रखी है मैंने,अपने सिरहाने,बड़ी सी...
पूर्वार्थ
अनोखा देश है मेरा ,    अनोखी रीत है इसकी।
अनोखा देश है मेरा , अनोखी रीत है इसकी।
डॉ.सीमा अग्रवाल
यदि जीवन में आप अपने आपको खुश रखना चाहते है तो किसी के भी ऊप
यदि जीवन में आप अपने आपको खुश रखना चाहते है तो किसी के भी ऊप
Rj Anand Prajapati
*सरस्वती-वंदना (कुंडलिया)*
*सरस्वती-वंदना (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
My work, my silence , my personality are my ornaments.No mat
My work, my silence , my personality are my ornaments.No mat
पूर्वार्थ देव
🙅वंदना समर्थ की🙅
🙅वंदना समर्थ की🙅
*प्रणय प्रभात*
तेरा साथ है कितना प्यारा
तेरा साथ है कितना प्यारा
Mamta Rani
" नवा बिहनिया खातिर "
Dr. Kishan tandon kranti
इल्म हुआ जब इश्क का,
इल्म हुआ जब इश्क का,
sushil sarna
जीवन अनंत की यात्रा है और अनंत में विलीन होना ही हमारी मंजिल
जीवन अनंत की यात्रा है और अनंत में विलीन होना ही हमारी मंजिल
Priyank Upadhyay
*** सैर आसमान की....! ***
*** सैर आसमान की....! ***
VEDANTA PATEL
विवेकानंद
विवेकानंद
शालिनी राय 'डिम्पल'✍️
रातें ज्यादा काली हो तो समझें चटक उजाला होगा।
रातें ज्यादा काली हो तो समझें चटक उजाला होगा।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
दोहा पंचक. . . ख्वाब
दोहा पंचक. . . ख्वाब
Sushil Sarna
क्यों हमें बुनियाद होने की ग़लत-फ़हमी रही ये
क्यों हमें बुनियाद होने की ग़लत-फ़हमी रही ये
Meenakshi Masoom
एक कवि की मौत
एक कवि की मौत
Varun Singh Gautam
घमंडी है आज का इन्सान
घमंडी है आज का इन्सान
Shutisha Rajput
लपेट कर नक़ाब  हर शक्स रोज आता है ।
लपेट कर नक़ाब हर शक्स रोज आता है ।
अश्विनी (विप्र)
ବିଶ୍ୱାସରେ ବିଷ
ବିଶ୍ୱାସରେ ବିଷ
Bidyadhar Mantry
*कच्ची उम्र की पक्की दोस्ती*
*कच्ची उम्र की पक्की दोस्ती*
ABHA PANDEY
तेरा वादा.
तेरा वादा.
Heera S
3609.💐 *पूर्णिका* 💐
3609.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
वो अगर शेर कह रही होगी
वो अगर शेर कह रही होगी
अरशद रसूल बदायूंनी
क्या, तुम प्रेम में हो
क्या, तुम प्रेम में हो
Kanchan Advaita
किसी और के आंगन में
किसी और के आंगन में
Chitra Bisht
वीरमदे
वीरमदे
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
बुलंदी पर पहुँच जाना
बुलंदी पर पहुँच जाना
Neelofar Khan
अच्छे समय का
अच्छे समय का
Santosh Shrivastava
Loading...