दोहा
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
राष्ट्र भाषा -स्वरुप, चुनौतियां और सम्भावनायें
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
गीत- सिखाए ज़िंदगी हरपल...
याद हमारी बहुत आयेगी कल को
सारे निशां मिटा देते हैं।
शिव - दीपक नीलपदम्
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
साधना तू कामना तू।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
बेइमान जिंदगी से खुशी झपट लिजिए
वो हर खेल को शतरंज की तरह खेलते हैं,
99% of people don't realise this...
तुम साथ थे तो संभल गया
देवेंद्र प्रताप वर्मा 'विनीत'
इस दुनिया की सारी चीज भौतिक जीवन में केवल रुपए से जुड़ी ( कन