Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Mar 2024 · 1 min read

अपनी कीमत उतनी रखिए जितना अदा की जा सके

अपनी कीमत उतनी रखिए जितना अदा की जा सके
ज्यादा अनमोल रहोगे तो तन्हा रह जाओगे …

1 Like · 219 Views

You may also like these posts

हदें
हदें
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
दिल का दर्द💔🥺
दिल का दर्द💔🥺
$úDhÁ MãÚ₹Yá
दीवाना दिल
दीवाना दिल
Dipak Kumar "Girja"
तेरी निशानियां महफूज़ रखी है दिल के किसी कोने में,
तेरी निशानियां महफूज़ रखी है दिल के किसी कोने में,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
📍बस यूँ ही📍
📍बस यूँ ही📍
Dr Manju Saini
🙅लघुकथा/दम्भ🙅
🙅लघुकथा/दम्भ🙅
*प्रणय*
ज़िम्मेदारियाॅं अभी बहुत ही बची हैं,
ज़िम्मेदारियाॅं अभी बहुत ही बची हैं,
Ajit Kumar "Karn"
Love is a physical modern time.
Love is a physical modern time.
Neeraj Agarwal
लोकतंत्र बस चीख रहा है
लोकतंत्र बस चीख रहा है
अनिल कुमार निश्छल
प्रेम क्या है...
प्रेम क्या है...
हिमांशु Kulshrestha
**कहीं कोई कली खिलती बहारों की**
**कहीं कोई कली खिलती बहारों की**
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
रे ! मेरे मन-मीत !!
रे ! मेरे मन-मीत !!
Ramswaroop Dinkar
Acrostic Poem- Human Values
Acrostic Poem- Human Values
jayanth kaweeshwar
बीते दिनों का करवा चौथ
बीते दिनों का करवा चौथ
Sudhir srivastava
" बेहतरी के लिए "
Dr. Kishan tandon kranti
दोहात्रयी. . .
दोहात्रयी. . .
sushil sarna
देवी महात्म्य सप्तम अंक 7
देवी महात्म्य सप्तम अंक 7
मधुसूदन गौतम
पहला ख्याल
पहला ख्याल
Sonu sugandh
वक़्त  बहुत  कम  है.....
वक़्त बहुत कम है.....
shabina. Naaz
I KNOW ...
I KNOW ...
SURYA PRAKASH SHARMA
श्रृंगार
श्रृंगार
Mamta Rani
पुकारती हुई पुकार आज खो गयी है कही
पुकारती हुई पुकार आज खो गयी है कही
Bhupendra Rawat
कभी-कभी
कभी-कभी
Shweta Soni
पुण्यधरा का स्पर्श कर रही, स्वर्ण रश्मियां।
पुण्यधरा का स्पर्श कर रही, स्वर्ण रश्मियां।
surenderpal vaidya
कुछ लोगो के लिए आप महत्वपूर्ण नही है
कुछ लोगो के लिए आप महत्वपूर्ण नही है
पूर्वार्थ
प्रेम करने आता है तो, प्रेम समझने आना भी चाहिए
प्रेम करने आता है तो, प्रेम समझने आना भी चाहिए
Anand Kumar
जलजला, जलजला, जलजला आयेगा
जलजला, जलजला, जलजला आयेगा
gurudeenverma198
एक औरत
एक औरत
Varun Singh Gautam
3667.💐 *पूर्णिका* 💐
3667.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
मैं तुम और हम
मैं तुम और हम
Ashwani Kumar Jaiswal
Loading...