Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 Feb 2024 · 2 min read

परिवार होना चाहिए

जैसे हर एक कड़ी के जुड़ने से, अटूट श्रृंखला का निर्माण होता है।
ठीक वैसे प्राणियों के संवाद से, जीवित सभ्यता का भान होता है।
यहाँ हर व्यक्ति के जीवन में, बस खुशियों का संसार होना चाहिए।
हर प्रकार की परिस्थितियों में, सबके संग में परिवार होना चाहिए।

स्वावलंबी व प्राइवेसी की आड़ में छिपा, मनुष्य बड़ा ही शातिर है।
परिवार समाप्ति की ओर अग्रसर, आज यह तासीर जगजाहिर है।
हर मनुष्य ही सच बोलेगा, अभिव्यक्ति का अधिकार होना चाहिए।
हर प्रकार की परिस्थितियों में, सबके संग में परिवार होना चाहिए।

यूॅं शहरीकरण के दानव ने, ग्रामीण-परिवेश को विलुप्त कर दिया।
शहर गए हर एक ग्रामीण को, चिरकाल निद्रा में सुषुप्त कर दिया।
अंततः यह बात माननी पड़ेगी, अब और न प्रतिकार होना चाहिए।
हर प्रकार की परिस्थितियों में, सबके संग में परिवार होना चाहिए।

साथ में परिवार की शक्ति बढ़ती, सबके सुख-दुःख साझा होते हैं।
बुजुर्ग सलाहकार, बड़े रक्षक और सभी छोटे सदस्य राजा होते हैं।
समूह में एकता का बल है, ये कथन सबको स्वीकार होना चाहिए।
हर प्रकार की परिस्थितियों में, सबके संग में परिवार होना चाहिए।

हर चुप्पी को संवाद ही तोड़े, दिल एकांत से समूह में मुड़ने लगेगा।
व्यवहार के ससंजन बल से, बिखरा घर-परिवार भी जुड़ने लगेगा।
जो सबको जोड़कर रखे, वाणी-विचार में वो संस्कार होना चाहिए।
हर प्रकार की परिस्थितियों में, सबके संग में परिवार होना चाहिए।

परिवार बनाने से लेकर बचाने तक, हर क्षण परीक्षा का पर्याय है।
भंग होने के भय से लेकर जय तक, हर रण समीक्षा का पर्याय है।
सर्वगुण संपन्न न बनो, न सही, किंतु मन में सदाचार होना चाहिए।
हर प्रकार की परिस्थितियों में, सबके संग में परिवार होना चाहिए।

5 Likes · 1 Comment · 360 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
View all

You may also like these posts

Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
नाम हमने लिखा था आंखों में
नाम हमने लिखा था आंखों में
Surinder blackpen
कुछ लोग कहते है की चलो मामला रफा दफ़ा हुआ।
कुछ लोग कहते है की चलो मामला रफा दफ़ा हुआ।
अश्विनी (विप्र)
कुंडलिया
कुंडलिया
अवध किशोर 'अवधू'
ध्रुवदास जी के कुंडलिया छंद
ध्रुवदास जी के कुंडलिया छंद
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
सत्य वह है जो रचित है
सत्य वह है जो रचित है
रुचि शर्मा
Rachanakaar -babiya khatoon
Rachanakaar -babiya khatoon
Babiya khatoon
दोहा त्रयी. . . .  अनुभूति
दोहा त्रयी. . . . अनुभूति
sushil sarna
4703.*पूर्णिका*
4703.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
यमराज का यक्ष प्रश्न
यमराज का यक्ष प्रश्न
Sudhir srivastava
Mushaakil musaddas saalim
Mushaakil musaddas saalim
sushil yadav
- वो दुपट्टे वाली लड़की -
- वो दुपट्टे वाली लड़की -
bharat gehlot
*जलते दीपक कह रहे, हम में भरा प्रकाश (कुंडलिया)*
*जलते दीपक कह रहे, हम में भरा प्रकाश (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
बात पहुँचती नहीं
बात पहुँचती नहीं
ललकार भारद्वाज
ये नसीबा खेल करता जिंदगी मझधार है ।
ये नसीबा खेल करता जिंदगी मझधार है ।
Jyoti Shrivastava(ज्योटी श्रीवास्तव)
Life is forgiving. Every experience, failed or successful, i
Life is forgiving. Every experience, failed or successful, i
पूर्वार्थ
*पथ संघर्ष*
*पथ संघर्ष*
Shashank Mishra
करू सत्कार सब भाषा
करू सत्कार सब भाषा
DrLakshman Jha Parimal
पर्वत दे जाते हैं
पर्वत दे जाते हैं
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
तुम छा जाते मेरे दिलों में एक एक काली घटा के वाई फाई जैसे।
तुम छा जाते मेरे दिलों में एक एक काली घटा के वाई फाई जैसे।
Rj Anand Prajapati
"छलनी"
Dr. Kishan tandon kranti
*तुम न आये*
*तुम न आये*
Kavita Chouhan
"बात अंतस की"
ओसमणी साहू 'ओश'
*आज के दौर
*आज के दौर
*प्रणय प्रभात*
*विषमता*
*विषमता*
Pallavi Mishra
"वेश्या का धर्म"
Ekta chitrangini
*नेक सलाह*
*नेक सलाह*
pratibha Dwivedi urf muskan Sagar Madhya Pradesh
आज कल  personal ,career ओर financial independency पर सब खुल
आज कल personal ,career ओर financial independency पर सब खुल
पूर्वार्थ देव
ग़ज़ल _ मुझे मालूम उल्फत भी बढ़ी तकरार से लेकिन ।
ग़ज़ल _ मुझे मालूम उल्फत भी बढ़ी तकरार से लेकिन ।
Neelofar Khan
यकीन
यकीन
Ruchika Rai
Loading...