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12 Feb 2024 · 1 min read

श्रम

ये
श्रम
बदले
जीवन में
बुरे भाग्य को
श्रम से जी चुरा
देता है न्योता मनु
अपने दुर्भाग्य को
छोड़ों ये आलस
कार्य से प्रेम
करो तुम
पाओगे
खुशी
को


अब
भटको
होकर के
श्रम से हीन
श्रम देगा तुम्हे
मौका बदलने का
बदलो भाग्य तुम
इरादा लेकर
श्रम करने
के वादे से
बदलो
खुद
को

स्वरचित एवं मौलिक
कंचन वर्मा
शाहजहांपुर
उत्तर प्रदेश

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