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विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
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6 Feb 2024 · 1 min read
खुला आसमान
उड़ने को सब चाहते,
इक खुला आसमान।
पगले नीचे देख ले,
सूना पड़ा श्मशान।
Competition:
Poetry Writing Challenge-2
Language:
Hindi
Tag:
दोहा
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