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31 Jan 2024 · 1 min read

सफ़र आसान हो जाए मिले दोस्त ज़बर कोई

सफ़र आसान हो जाए मिले दोस्त ज़बर कोई
उसे मेरी मुझे उसकी रहे हरपल ख़बर कोई

बुरी नज़रें हमेशा घूरती हैं देख ख़ुश मुझको
कभी देखे तमन्ना है मुहब्बत की नज़र कोई

आर. एस. ‘प्रीतम’

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