Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Jan 2024 · 1 min read

कर्णधार

उसकी आंखों में एक अजीब सी चमक
मैंने देखी थी ,
जिंदगी में कुछ कर गुजरने की उमंग उसमें
मैंने देखी थी ,

परिस्थिति का मारा वो बेचारा, सम्बलविहीन ,कटु जीवन यथार्थ भोगने को बाध्य था ,
अभावों से घिरा , अपने अंतर्मन के भावों को दबाए , दुर्गम जीवन पथ पर बढ़ता जा रहा था ,

समय के झंझावातों को झेलते , नियति के चक्रवातों से संघर्षरत रहते उसकी प्रकृति सतत् ,
कर्मवीर का संकल्पित भाव लिए ,
कष्टों से अविचलित अपने लक्ष्य की ओर
वह अग्रसर अनवरत ,

देश के ऐसे कर्णधारों को अब तक कोई न
पहचान सका ,
इनकी शक्ति के उत्सर्ग को अब तक कोई न
जान सका ,

इनकी अपरिमित शक्ति ही समग्र विकास की
जान है,
इनके अस्तित्व से ही देश में स्थापित लोकतंत्र का मान है ,

स्मरण रहे इनमें अंतर्निहित अपने राष्ट्र के प्रति अगाध सम्मान है !

Language: Hindi
157 Views
Books from Shyam Sundar Subramanian
View all

You may also like these posts

कह ही दूं अलविदा!!
कह ही दूं अलविदा!!
Seema gupta,Alwar
हुक्म
हुक्म
Shweta Soni
मुझको ज्ञान नहीं कविता का
मुझको ज्ञान नहीं कविता का
Manoj Shrivastava
सिर्फ जी तोड़कर मेहनत की ,नहीं की कभी नतीजे की परवाह ,
सिर्फ जी तोड़कर मेहनत की ,नहीं की कभी नतीजे की परवाह ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
हेच यश आहे
हेच यश आहे
Otteri Selvakumar
दूसरो की लाइफ मैं मत घुसा करो अपनी भी लाइफ को रोमांचक होगी।
दूसरो की लाइफ मैं मत घुसा करो अपनी भी लाइफ को रोमांचक होगी।
Iamalpu9492
तपाक से लगने वाले गले , अब तो हाथ भी ख़ौफ़ से मिलाते हैं
तपाक से लगने वाले गले , अब तो हाथ भी ख़ौफ़ से मिलाते हैं
Atul "Krishn"
जिदगी का सार
जिदगी का सार
sheema anmol
*आज का सवाल*
*आज का सवाल*
*प्रणय*
ശവദാഹം
ശവദാഹം
Heera S
तूने ही मुझको जीने का आयाम दिया है
तूने ही मुझको जीने का आयाम दिया है
हरवंश हृदय
तन्हाइयों का दोष दूं, रुसवाइयों का दोष दूं।
तन्हाइयों का दोष दूं, रुसवाइयों का दोष दूं।
श्याम सांवरा
विषय-मैं महान हूँ।
विषय-मैं महान हूँ।
Priya princess panwar
मैं एक आम आदमी हूं
मैं एक आम आदमी हूं
हिमांशु Kulshrestha
शबनम की बूंदों का यों मिहिका सा जम जाना,
शबनम की बूंदों का यों मिहिका सा जम जाना,
चेतन घणावत स.मा.
मलता रहा हाथ बेचारा
मलता रहा हाथ बेचारा
manorath maharaj
क्या मेरा
क्या मेरा
Dr fauzia Naseem shad
केवल पंखों से कभी,
केवल पंखों से कभी,
sushil sarna
मुश्किल राहों पर भी, सफर को आसान बनाते हैं।
मुश्किल राहों पर भी, सफर को आसान बनाते हैं।
Neelam Sharma
आप सा मीत कौन है
आप सा मीत कौन है
नूरफातिमा खातून नूरी
सम्मान
सम्मान
Dr. Pradeep Kumar Sharma
खजूर के वृक्ष का दुख
खजूर के वृक्ष का दुख
Laxmi Narayan Gupta
शिक़ायत है, एक नई ग़ज़ल, विनीत सिंह शायर
शिक़ायत है, एक नई ग़ज़ल, विनीत सिंह शायर
Vinit kumar
लेकिन क्यों ?
लेकिन क्यों ?
Dinesh Kumar Gangwar
करोगे रूह से जो काम दिल रुस्तम बना दोगे
करोगे रूह से जो काम दिल रुस्तम बना दोगे
आर.एस. 'प्रीतम'
उज्जवल रवि यूँ पुकारता
उज्जवल रवि यूँ पुकारता
Kavita Chouhan
जो चाहने वाले होते हैं ना
जो चाहने वाले होते हैं ना
पूर्वार्थ
सुख, संपत्ति, संयम, सादगी, सफलता, साधना, संस्कार, स्वास्थ्य,
सुख, संपत्ति, संयम, सादगी, सफलता, साधना, संस्कार, स्वास्थ्य,
Anamika Tiwari 'annpurna '
जीवन के पल दो चार
जीवन के पल दो चार
Bodhisatva kastooriya
कश्मीर
कश्मीर
Rekha Drolia
Loading...