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25 Dec 2023 · 1 min read

इस दिल में …..

इस दिल में …

तमाम उम्र
मैंने उसकी चौखट पर
किसी ख्वाहिश के लिए
बंदगी नहीं की
मगर जब से
तेरे लबों पे
मेरे नाम की जुंबिश
होने लगी है
कसम ख़ुदा की
उसकी सज़दे की
इस दिल में
हसरत होने लगी है

सुशील सरना

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