Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Dec 2023 · 1 min read

*नल से जल की योजना, फैले इतनी दूर (कुंडलिया)*

नल से जल की योजना, फैले इतनी दूर (कुंडलिया)
————————————–
नल से जल की योजना, फैले इतनी दूर
गगरी भरने को नहीं, हो कोई मजबूर
हो कोई मजबूर, कुऍं से पानी भरना
रहे कथा में शेष, कष्टप्रद सिर पर धरना
कहते रवि कविराय, भरें जल सारे कल से
खोलें टोंटी सिर्फ, बहे जल फौरन नल से
—————————————-
रचयिता: रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर, उत्तर प्रदेश
मोबाइल 9997615451

445 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ravi Prakash
View all

You may also like these posts

वो गर्म हवाओं में भी यूं बेकरार करते हैं ।
वो गर्म हवाओं में भी यूं बेकरार करते हैं ।
Phool gufran
सियासी वक़्त
सियासी वक़्त
Shikha Mishra
*ना होना तुम उदास*
*ना होना तुम उदास*
Krishna Manshi (Manju Lata Mersa)
जागो बहन जगा दे देश 🙏
जागो बहन जगा दे देश 🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
गीत- रचा तुमको दिया संसार...
गीत- रचा तुमको दिया संसार...
आर.एस. 'प्रीतम'
💖
💖
Neelofar Khan
चार कंधों पर मैं जब, वे जान जा रहा था
चार कंधों पर मैं जब, वे जान जा रहा था
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
हमेशा कुछ ऐसा करते रहिए जिससे लोगों का ध्यान आपके प्रति आकषि
हमेशा कुछ ऐसा करते रहिए जिससे लोगों का ध्यान आपके प्रति आकषि
Raju Gajbhiye
4814.*पूर्णिका*
4814.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Poetry Writing Challenge-3 Result
Poetry Writing Challenge-3 Result
Sahityapedia
*बादल*
*बादल*
Santosh kumar Miri
सजी सारी अवध नगरी , सभी के मन लुभाए हैं
सजी सारी अवध नगरी , सभी के मन लुभाए हैं
Rita Singh
कृष्णा बनकर कान्हा आये
कृष्णा बनकर कान्हा आये
Mahesh Tiwari 'Ayan'
मां सीता की अग्नि परीक्षा ( महिला दिवस)
मां सीता की अग्नि परीक्षा ( महिला दिवस)
Rj Anand Prajapati
कुछ परिंदें।
कुछ परिंदें।
Taj Mohammad
17. सकून
17. सकून
Lalni Bhardwaj
तेरा नाम
तेरा नाम
sheema anmol
🍁तेरे मेरे सन्देश- 8🍁
🍁तेरे मेरे सन्देश- 8🍁
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
सपनों पर इंसान का,
सपनों पर इंसान का,
sushil sarna
गीत
गीत
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
बड़ा भाई
बड़ा भाई
Rahul Singh
दिल चाहता है अब वो लम्हें बुलाऐ जाऐं,
दिल चाहता है अब वो लम्हें बुलाऐ जाऐं,
Vivek Pandey
आ जाए जब कभी जाती नहीं है फिर,
आ जाए जब कभी जाती नहीं है फिर,
Dr fauzia Naseem shad
सियासत जाती और धर्म की अच्छी नहीं लेकिन,
सियासत जाती और धर्म की अच्छी नहीं लेकिन,
Manoj Mahato
*कौन है ये अबोध बालक*
*कौन है ये अबोध बालक*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
बेचारा प्रताड़ित पुरुष
बेचारा प्रताड़ित पुरुष
Manju Singh
"दिल में दिमाग"
Dr. Kishan tandon kranti
हम ने तवज्जो नहीं दी
हम ने तवज्जो नहीं दी
Nitin Kulkarni
अपने हिस्सों में आई तकलीफे किसे पसंद होती हैं।
अपने हिस्सों में आई तकलीफे किसे पसंद होती हैं।
पूर्वार्थ
Acrostic Poem
Acrostic Poem
jayanth kaweeshwar
Loading...