Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Nov 2023 · 1 min read

इसकी औक़ात

इसकी औक़ात हमसे मत पूछो |
जिस्म मिट्टी की बस गिज़ा भर है ।।
डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
Tag: शेर
3 Likes · 334 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr fauzia Naseem shad
View all

You may also like these posts

*अच्छा नहीं लगता*
*अच्छा नहीं लगता*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
ऊ बा कहाँ दिलदार
ऊ बा कहाँ दिलदार
आकाश महेशपुरी
⛅️ Clouds ☁️
⛅️ Clouds ☁️
Dr. Vaishali Verma
*
*"ऐ वतन"*
Shashi kala vyas
ॐ নমঃ শিবায়
ॐ নমঃ শিবায়
Arghyadeep Chakraborty
ग़ज़ल _ महकती जब ये मिट्टी प्यार की नींदें उड़ाती है ,
ग़ज़ल _ महकती जब ये मिट्टी प्यार की नींदें उड़ाती है ,
Neelofar Khan
कागज़ ए जिंदगी
कागज़ ए जिंदगी
Neeraj Kumar Agarwal
- कभी कुछ तो कभी कुछ -
- कभी कुछ तो कभी कुछ -
bharat gehlot
अब शुरू की है मुहब्बत की कवायद हमने
अब शुरू की है मुहब्बत की कवायद हमने
RAMESH SHARMA
अवध-राम को नमन
अवध-राम को नमन
Pratibha Pandey
सिंदूर विवाह का प्रतीक हो सकता है
सिंदूर विवाह का प्रतीक हो सकता है
पूर्वार्थ
सांस उधारी का लिये, क्यों करते संकल्प।
सांस उधारी का लिये, क्यों करते संकल्प।
संजय निराला
तरक्की से तकलीफ
तरक्की से तकलीफ
शेखर सिंह
गजानंद जी
गजानंद जी
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
शरद पूर्णिमा
शरद पूर्णिमा
Raju Gajbhiye
पितृ दिवस
पितृ दिवस
Rambali Mishra
रुलाई
रुलाई
Bodhisatva kastooriya
ढूंढें .....!
ढूंढें .....!
Sangeeta Beniwal
#आज...
#आज...
*प्रणय प्रभात*
*रोज बदलते अफसर-नेता, पद-पदवी-सरकार (गीत)*
*रोज बदलते अफसर-नेता, पद-पदवी-सरकार (गीत)*
Ravi Prakash
देशभक्ति
देशभक्ति
विशाल शुक्ल
कुर्सी मिलते ही हुआ,
कुर्सी मिलते ही हुआ,
sushil sarna
आ..भी जाओ मानसून,
आ..भी जाओ मानसून,
goutam shaw
वैलेंटाइन डे 💐
वैलेंटाइन डे 💐
Seema gupta,Alwar
दो रुपए की चीज के लेते हैं हम बीस
दो रुपए की चीज के लेते हैं हम बीस
महेश चन्द्र त्रिपाठी
कजरी (वर्षा-गीत)
कजरी (वर्षा-गीत)
Shekhar Chandra Mitra
जीवन की राहें पथरीली..
जीवन की राहें पथरीली..
Priya Maithil
खुद को इतना .. सजाय हुआ है
खुद को इतना .. सजाय हुआ है
Neeraj Mishra " नीर "
आभासी दुनिया में सबके बारे में इक आभास है,
आभासी दुनिया में सबके बारे में इक आभास है,
Ajit Kumar "Karn"
नास्तिक सदा ही रहना…
नास्तिक सदा ही रहना…
मनोज कर्ण
Loading...