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5 Jul 2021 · 1 min read

ऊ बा कहाँ दिलदार

ऊ बा कहाँ दिलदार
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ऊ बा कहाँ दिलदार जे हमके सतावल रात-दिन
ना बंद होता दर्द में अब गीत गावल रात-दिन

केहू कहेला नींद केहू चैन के दुश्मन कहे
हम तऽ कहीं ऊ चोर हऽ जे दिल चुरावल रात-दिन

ना घाम लागे जेठ में ना शीत लागे पूस में
ऊ याद आवे इश्क़ में मदहोश धावल रात-दिन

शीशा हवे शीशा कहऽ ना हर्ज बा ये बात में
अब दर्द देला मोम के पत्थर बतावल रात-दिन

केहू न हमके नेह से देखल इहे अफसोस बा
तकदीर वाला बा इहाँ जे प्यार पावल रात-दिन

हम आजुवो ‘आकाश’ तन्हा एकदम बानी सुनऽ
ना काम आइल ऐ सनम आँसू बहावल रात-दिन

– आकाश महेशपुरी
दिनांक- 10/10/2020

1 Like · 324 Views

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