Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 Sep 2023 · 2 min read

श्रीगणेशा!आमंत्रण मेरा स्वीकार करो

श्रीगणेशा! आमंत्रण स्वीकार करो
****************
हे गणेश गणपति गजानन
नमन मेरा स्वीकार करो,
हमारी भूल बिसारकर अब
आमंत्रण मेरा स्वीकार करो।
रिद्धि सिद्धि को संग अपने
मूषक वाहन पर हो सवार,
अब जल्दी से आ जाओ।
कब से द्वार खड़े हैं हम
एकटक राह निहार रहे,
आपकी तीव्र प्रतीक्षा में
खड़े खड़े हम अकड़ रहे।
हे गौरीसुत हे लंबोदर
बिना और बिलंब किए
मेरे घर अब आ जाओ,
अक्षत चंदन तो लगाएंगे
हम दूर्वा पुष्प भी चढ़ाएंगे
धूप दीप भी जलायेंगे
आरती भी हम सब मिल गायेंगे,
मोदक का भोग लगाएंगे
बड़े चाव से आपको खिलायेंगे।
हे विघ्नविनाशक, हे दु:ख हर्ता
हम अपने लिए न कुछ मांगेंगे,
मेरे सारे कष्ट हरो प्रभु
ये अनुरोध न अब दोहराएंगे,
बस हमको इतना कहना है सुनो
रोग शोक संताप सभी
इस दुनिया से मिट जाये,
निंदा नफरत, हिंसा का भाव
नहीं किसी के मन आये।
बहन बेटियों के मन में
अब न डर का भाव रहे,
भाई चारा और सौहार्द का
वातावरण चहुँओर रहे,
सुख समृद्धि और खुशहाली का
एक नया अध्याय सृजित हो,
प्राणी प्राणी का आपस में
संवेदनाओं का विश्वास बढ़े।
हे प्रथम पूज्य गौरी गणेश
इतना ही कहना है तुमसे,
अब और विलंब न नाथ करो,
फरियाद का मेरे ध्यान करो
टकटकी लगाए राह निहारूं
अब आकर मुझको कृतार्थ करो।
बस और नहीं मैं सुनूंगा अब
आमंत्रण मेरा स्वीकार करो,
मेरे घर के साथ साथ नाथ
जन जन के घर अब आ जाओ,
धरती के हर प्राणी के मन में
खुशियों की सौगात भरो,
धरती मां का भी ये आमंत्रण है
इसको तो अब स्वीकार करो।
हे श्रीगणेश! अब आ भी जाओ
और कृपा की अविरल बरसात करो
अब तड़पाओ न कार्तिकेय भ्रात
आमंत्रण अब तो स्वीकार करो
गणपति बप्पा मोरया का शोर मचा है
कम से कम ये भी तो सुनो।

सुधीर श्रीवास्तव
गोण्डा उत्तर प्रदेश
© मौलिक स्वरचित

Language: Hindi
1 Like · 72 Views

You may also like these posts

भक्ति रस की हाला का पान कराने वाली कृति मधुशाला हाला प्याला।
भक्ति रस की हाला का पान कराने वाली कृति मधुशाला हाला प्याला।
श्रीकृष्ण शुक्ल
दुख और सुख
दुख और सुख
Savitri Dhayal
प्रतीक्षा
प्रतीक्षा
Shaily
*मनः संवाद----*
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
इंसान को पहले इंसान बनाएं
इंसान को पहले इंसान बनाएं
Jyoti Roshni
#बधाई
#बधाई
*प्रणय*
अश्क़ आँखों  तक आ गये तो इन्हें बहने दो।
अश्क़ आँखों तक आ गये तो इन्हें बहने दो।
Rekha Sharma "मंजुलाहृदय"
चाय
चाय
अंकित आजाद गुप्ता
"कृतज्ञता"
Dr. Kishan tandon kranti
भोले बाबा
भोले बाबा
अरविंद भारद्वाज
उम्मींदें तेरी हमसे
उम्मींदें तेरी हमसे
Dr fauzia Naseem shad
* संसार में *
* संसार में *
surenderpal vaidya
A Resolution’s Promise
A Resolution’s Promise
Shyam Sundar Subramanian
मोरनी जैसी चाल
मोरनी जैसी चाल
Dr. Vaishali Verma
4005.💐 *पूर्णिका* 💐
4005.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
मजबूत हाथों से कच्चे घरौंदे बना रहे हैं।
मजबूत हाथों से कच्चे घरौंदे बना रहे हैं।
Karuna Goswami
*~ हंसी ~*
*~ हंसी ~*
Priyank Upadhyay
आशिकों का गुलाब थी.
आशिकों का गुलाब थी.
Shyamsingh Lodhi Rajput "Tejpuriya"
कभी लगे  इस ओर है,
कभी लगे इस ओर है,
sushil sarna
किस्मत अलग अलग
किस्मत अलग अलग
पूर्वार्थ
लिखना
लिखना
Shweta Soni
इबादत!
इबादत!
Pradeep Shoree
सफ़ेद चमड़ी और सफेद कुर्ते से
सफ़ेद चमड़ी और सफेद कुर्ते से
Harminder Kaur
SP54सम्मान देने वालों को
SP54सम्मान देने वालों को
Manoj Shrivastava
अनुनय (इल्तिजा) हिन्दी ग़ज़ल
अनुनय (इल्तिजा) हिन्दी ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
चौपाई - तिरंगा
चौपाई - तिरंगा
Sudhir srivastava
.....
.....
शेखर सिंह
माफ सिया कर दिए गुनहगार हूं
माफ सिया कर दिए गुनहगार हूं
Baldev Chauhan
अपना अनुपम देश है, भारतवर्ष महान ( कुंडलिया )*
अपना अनुपम देश है, भारतवर्ष महान ( कुंडलिया )*
Ravi Prakash
सिलसिला शायरी से
सिलसिला शायरी से
हिमांशु Kulshrestha
Loading...