Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Jun 2023 · 1 min read

భరత మాతకు వందనం

భరత మాతకు వందనం
భరత భూమి కి వందనం
విశ్వ శాంతిని కోరుదాం
విశ్వ హిందువుగా మారుదాం..

హిందు అంటే ధర్మము
ధర్మ రక్షనే మా కర్తవ్యము
దేశమంటే మనుషులు
దేశ సేవయే మాకార్యము..

యోగమంటే ధ్యానము
ధ్యాన మంటే జ్ఞానము..
గోవు అంటే అమృతం
దేవుడిచ్చిన గొప్ప వరం..

సనాతనము మా ధర్మము
సత్య ధర్మము మా లక్ష్యము
మంచి మాటను పలుకుదాం.
మంచితనమును పంచుదాము..

విశ్వ శాంతి ని కోరుదాం
విశ్వ హిందువుగా మారుదాం..
దేశ మాత ను వేడుదాం.
దేశ భక్తి ని చూపుదాం..

రచన
డా. గుండాల విజయ కుమార్

Language: Telugu
359 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

पिता का अभिमान बेटियाँ
पिता का अभिमान बेटियाँ
उमेश बैरवा
ईश्वरीय समन्वय का अलौकिक नमूना है जीव शरीर, जो क्षिति, जल, प
ईश्वरीय समन्वय का अलौकिक नमूना है जीव शरीर, जो क्षिति, जल, प
Sanjay ' शून्य'
गूंगा ज़माना बोल रहा है,
गूंगा ज़माना बोल रहा है,
Bindesh kumar jha
अब दिल्ली में कौन सी दीवाली मन रही है जो लोगों का दम और हवा
अब दिल्ली में कौन सी दीवाली मन रही है जो लोगों का दम और हवा
*प्रणय*
*
*"माँ महागौरी"*
Shashi kala vyas
मुल्क का नक्शा ऐसा नहीं होता
मुल्क का नक्शा ऐसा नहीं होता
अरशद रसूल बदायूंनी
- तेरे बिना -
- तेरे बिना -
bharat gehlot
" तुम "
Dr. Kishan tandon kranti
कुछ लोग होते है जो रिश्तों को महज़ इक औपचारिकता भर मानते है
कुछ लोग होते है जो रिश्तों को महज़ इक औपचारिकता भर मानते है
पूर्वार्थ
हवा चली है ज़ोर-ज़ोर से
हवा चली है ज़ोर-ज़ोर से
Vedha Singh
*An Awakening*
*An Awakening*
Poonam Matia
कभी मनाती हो
कभी मनाती हो
ललकार भारद्वाज
ऐसा सुन्दर देश हमारा....
ऐसा सुन्दर देश हमारा....
TAMANNA BILASPURI
जब जब जिंदगी में  अंधेरे आते हैं,
जब जब जिंदगी में अंधेरे आते हैं,
Dr.S.P. Gautam
मुस्कुरा के चलीं
मुस्कुरा के चलीं
आकाश महेशपुरी
*कण-कण में भगवान हैं, कण-कण में प्रभु राम (कुंडलिया)*
*कण-कण में भगवान हैं, कण-कण में प्रभु राम (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
डोर रिश्तों की
डोर रिश्तों की
Dr fauzia Naseem shad
उसने मुझे लौट कर आने को कहा था,
उसने मुझे लौट कर आने को कहा था,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
आत्मा परमात्मा मिलन
आत्मा परमात्मा मिलन
Anant Yadav
हकीकत मोहब्बत की
हकीकत मोहब्बत की
हिमांशु Kulshrestha
वफ़ा  को तुम  हमारी और  कोई  नाम  मत देना
वफ़ा को तुम हमारी और कोई नाम मत देना
Dr Archana Gupta
खुद की तलाश में।
खुद की तलाश में।
Taj Mohammad
हां मैं दोगला...!
हां मैं दोगला...!
भवेश
तुम बिना डरे अपने Goal की ओर बढ़ते हो। तुम इंतजार नहीं करते,
तुम बिना डरे अपने Goal की ओर बढ़ते हो। तुम इंतजार नहीं करते,
पूर्वार्थ देव
कितने ही रास्तों से
कितने ही रास्तों से
Chitra Bisht
भगण के सवैये (चुनाव चक्कर )
भगण के सवैये (चुनाव चक्कर )
guru saxena
आस
आस
Shyam Sundar Subramanian
फिर से लौटना चाहता हूं उसी दौर में,
फिर से लौटना चाहता हूं उसी दौर में,
Ranjeet kumar patre
23/138.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/138.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
ग्रेविटी (gravity)
ग्रेविटी (gravity)
singh kunwar sarvendra vikram
Loading...