Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 May 2023 · 1 min read

न दीखे आँख का आँसू, छिपाती उम्र भर औरत(हिंदी गजल/ गीतिका)

न दीखे आँख का आँसू, छिपाती उम्र भर औरत(हिंदी गजल/ गीतिका)
———————————————————-
1
न दीखे आँख का आँसू, छिपाती उम्र भर औरत
हमेशा खुशनुमा खुद को, दिखाती उम्र भर औरत
2
न पुरुषों के अहम् को ठेस पहुँचे इसलिए ही बस
बहस में जीत कर भी हार, जाती उम्र मर औरत
3
सुबह से शाम तक दफ्तर में, मर-खपकर कमाती है
मगर फिर लौटकर खाना, पकाती उम्र भर औरत
4
कभी बेटी कभी पत्नी कभी माँ तो बनी लेकिन
न खुद का नाम दुनिया को, बताती उम्र भर औरत
5
जो तबला छोड़कर आई थी मैके में उसे हर दिन
गुसलखाने में रो- रोकर, बजाती उम्र भर औरत
———————–
रचयिता रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा,रामपुर उत्तर प्रदेश
मोबाइल 99976 15451

512 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ravi Prakash
View all

You may also like these posts

श्रीकृष्ण का गीता उपदेश
श्रीकृष्ण का गीता उपदेश
पूर्वार्थ
रहूं तो बस तुझमें और सदा चिन्मय रहूं..
रहूं तो बस तुझमें और सदा चिन्मय रहूं..
Likhan
मैंने कब कहा था
मैंने कब कहा था
Shekhar Chandra Mitra
हम जीये यहाँ इस तरहां
हम जीये यहाँ इस तरहां
gurudeenverma198
श्रंगार
श्रंगार
Vipin Jain
जय जय दुर्गा माता
जय जय दुर्गा माता
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
.........
.........
शेखर सिंह
श्री कृष्ण
श्री कृष्ण
Vandana Namdev
3299.*पूर्णिका*
3299.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
उन अंधेरों को उजालों की उजलत नसीब नहीं होती,
उन अंधेरों को उजालों की उजलत नसीब नहीं होती,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मुझे इमकान है
मुझे इमकान है
हिमांशु Kulshrestha
*चंदा दल को दीजिए, काला धन साभार (व्यंग्य कुंडलिया)*
*चंदा दल को दीजिए, काला धन साभार (व्यंग्य कुंडलिया)*
Ravi Prakash
सही मायने में मनुष्य होने का सही अर्थ आपको तब पता चलेगा जब आ
सही मायने में मनुष्य होने का सही अर्थ आपको तब पता चलेगा जब आ
Ravikesh Jha
आगे निकल जाना
आगे निकल जाना
surenderpal vaidya
प्रारब्ध का सत्य
प्रारब्ध का सत्य
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
कस्तूरी पहचानो मृग
कस्तूरी पहचानो मृग
Shweta Soni
AE888 - Nhà cái nổi bật với Dịch Vụ Hỗ Trợ Khách Hàng Chuyên
AE888 - Nhà cái nổi bật với Dịch Vụ Hỗ Trợ Khách Hàng Chuyên
AE888
ग़ज़ल _ अँधेरों रूबरू मिलना, तुम्हें किस्सा सुनाना है ।
ग़ज़ल _ अँधेरों रूबरू मिलना, तुम्हें किस्सा सुनाना है ।
Neelofar Khan
कामवासना
कामवासना
Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या)
काग़ज़ पर उतारी जिंदगी
काग़ज़ पर उतारी जिंदगी
Surinder blackpen
दिल की बात आंखों से कहने में वक्त लगता है..
दिल की बात आंखों से कहने में वक्त लगता है..
Ravi Betulwala
" जब "
Dr. Kishan tandon kranti
मां से प्रण
मां से प्रण
इंजी. संजय श्रीवास्तव
प्रेम को भला कौन समझ पाया है
प्रेम को भला कौन समझ पाया है
Mamta Singh Devaa
'बेटी'
'बेटी'
Godambari Negi
हँसती हुई लड़की
हँसती हुई लड़की
Akash Agam
समय का‌ पहिया
समय का‌ पहिया
राकेश पाठक कठारा
एक कहानी लिख डाली.....✍️
एक कहानी लिख डाली.....✍️
singh kunwar sarvendra vikram
आपकी मेहरबानी है।
आपकी मेहरबानी है।
Jyoti Roshni
जिस-जिस से पथ पर स्नेह मिला,
जिस-जिस से पथ पर स्नेह मिला,
ruby kumari
Loading...