Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Feb 2023 · 1 min read

“लक्की”

“लक्की”
काला बदन सफेद टीका ललाट पर
स्वभाव से बहुत शर्मीला है लक्की,
उछलता, फुदकता रहता सारा दिन
टिक कर कभी नहीं बैठता है लक्की,
पूनिया परिवार बिना उदास रहता
साथ देख हमें मुस्कुराता है लक्की,
मन में आए तभी शैतानियां करता
कभी तो नुकसान करता है लक्की,
रानू, रोमी का प्यारा सा दोस्त है
स्कूल से आते ही खुश होता लक्की,
शाकाहारी लेकिन अंडे का शौकीन
दूध, दही ख़ुशी से खाता है लक्की,
ऑफिस जाए मीनू तब पीछे भागता
घर आते ही चिपक जाता है लक्की,
घूमने जाने की राज से जिद्द करता
बैठ कार में फिर इतराता है लक्की,
बीमार हुआ भयंकर लेकिन सुधर गया
हर स्थिति पर काबू पा लेता है लक्की,
शांत बैठे तब बिल्कुल अच्छा नहीं लगता
हम सबकी आंखों का तारा है लक्की।

Language: Hindi
1 Like · 292 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr Meenu Poonia
View all

You may also like these posts

..
..
*प्रणय*
अक्स आंखों में तेरी है प्यार है जज्बात में। हर तरफ है जिक्र में तू,हर ज़ुबां की बात में।
अक्स आंखों में तेरी है प्यार है जज्बात में। हर तरफ है जिक्र में तू,हर ज़ुबां की बात में।
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
बचपन के मुस्कुराते जिद्दी चेहरे
बचपन के मुस्कुराते जिद्दी चेहरे
Anant Yadav
तुम केश तुम्हारे उड़ने दो
तुम केश तुम्हारे उड़ने दो
Johnny Ahmed 'क़ैस'
23. *बेटी संग ख्वाबों में जी लूं*
23. *बेटी संग ख्वाबों में जी लूं*
Dr .Shweta sood 'Madhu'
*क्या हुआ आसमान नहीं है*
*क्या हुआ आसमान नहीं है*
Naushaba Suriya
*चले गए पूर्वज जो जग से, कैसे उनको पाऍं (गीत)*
*चले गए पूर्वज जो जग से, कैसे उनको पाऍं (गीत)*
Ravi Prakash
राम जीवन मंत्र है
राम जीवन मंत्र है
Sudhir srivastava
मेरी जिन्दगी
मेरी जिन्दगी
ललकार भारद्वाज
होकर उल्लू पर सवार
होकर उल्लू पर सवार
Pratibha Pandey
ये मेरा स्वयं का विवेक है
ये मेरा स्वयं का विवेक है
शेखर सिंह
सावन की है ये पंचमी शुभयोग बना है,
सावन की है ये पंचमी शुभयोग बना है,
Anamika Tiwari 'annpurna '
सपनों की उड़ान
सपनों की उड़ान
meenu yadav
************* माँ तेरी है,माँ तेरी है *************
************* माँ तेरी है,माँ तेरी है *************
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
बचपन याद किसे ना आती ?
बचपन याद किसे ना आती ?
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
डर नहीं लगता है उतना मुझे अपने द्वारा किए हुए पापो से।
डर नहीं लगता है उतना मुझे अपने द्वारा किए हुए पापो से।
Rj Anand Prajapati
मुझसे मेरा नाम पूछ के
मुझसे मेरा नाम पूछ के
Suryakant Dwivedi
रूप यौवन
रूप यौवन
surenderpal vaidya
पुरइन के पतई
पुरइन के पतई
आकाश महेशपुरी
दशमेश पिता, गोविंद गुरु
दशमेश पिता, गोविंद गुरु
Satish Srijan
माँ-बाप का किया सब भूल गए
माँ-बाप का किया सब भूल गए
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
23/52.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/52.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
वर्तमान समय में रिश्तों की स्थिति पर एक टिप्पणी है। कवि कहता
वर्तमान समय में रिश्तों की स्थिति पर एक टिप्पणी है। कवि कहता
पूर्वार्थ
भविष्य की पुकार
भविष्य की पुकार
Nitin Kulkarni
भारत का अतीत
भारत का अतीत
Anup kanheri
प्रीति
प्रीति
Rambali Mishra
अब आदमी के जाने कितने रंग हो गए।
अब आदमी के जाने कितने रंग हो गए।
सत्य कुमार प्रेमी
मेरा आशियाना
मेरा आशियाना
Ritu Asooja
शायद बदल जाए
शायद बदल जाए
डॉ. शिव लहरी
" बहार "
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...