Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Jul 2022 · 1 min read

अनर शहीद

अमर शहीद
************
न जाने आग कैसी थी पतंगे से जले हँसते ।
अजब था प्रेम, फंदा चूमने को वे चले हँसते ।।
किया कुर्बान था जीवन सुनी जब पीर माता की ।
अजब साँचा शहीदी था कि जिसमें वे ढले हँसते ।।
🌹
महेश जैन ‘ज्योति’,
मथुरा !
🪷🪷🪷

254 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Mahesh Jain 'Jyoti'
View all

You may also like these posts

Confidence
Confidence
Shyam Sundar Subramanian
अनकहे अक्षर
अनकहे अक्षर
Suryakant Dwivedi
काश मेरी फूलों वाली दुकान होती..
काश मेरी फूलों वाली दुकान होती..
Vishal Prajapati
" नजर "
Dr. Kishan tandon kranti
3335.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3335.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
जब किसी व्यक्ति का मन और रुचि किसी काम के प्रति एकाग्र नही ह
जब किसी व्यक्ति का मन और रुचि किसी काम के प्रति एकाग्र नही ह
Rj Anand Prajapati
बचा क्या है??
बचा क्या है??
सिद्धार्थ गोरखपुरी
मन के वेग को यहां कोई बांध सका है, क्या समय से।
मन के वेग को यहां कोई बांध सका है, क्या समय से।
Annu Gurjar
Superstar in Aquarium
Superstar in Aquarium
Deep Shikha
कवि गुरू रबीन्द्रनाथ टैगोर
कवि गुरू रबीन्द्रनाथ टैगोर
goutam shaw
दूध का वैज्ञानिक विश्लेषण,
दूध का वैज्ञानिक विश्लेषण,
Anil Kumar Mishra
सच के साथ ही जीना सीखा सच के साथ ही मरना
सच के साथ ही जीना सीखा सच के साथ ही मरना
इंजी. संजय श्रीवास्तव
आकर्षण
आकर्षण
Ritu Asooja
औरों का अपमान
औरों का अपमान
RAMESH SHARMA
लिखने के लिए ज़रूरी था
लिखने के लिए ज़रूरी था
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
. काला काला बादल
. काला काला बादल
Paras Nath Jha
*कैसा है मेरा शहर*
*कैसा है मेरा शहर*
Dushyant Kumar
"इंसान की फितरत"
Yogendra Chaturwedi
सूरज की संवेदना
सूरज की संवेदना
Dr B.R.Gupta
दोस्तों, ख़ुशियाँ बाँटते चलो.
दोस्तों, ख़ुशियाँ बाँटते चलो.
Piyush Goel
**तेरे बिना हमें रहना नहीं***
**तेरे बिना हमें रहना नहीं***
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
कुछ कहना था
कुछ कहना था
Mr. Jha
जंगल, जल और ज़मीन
जंगल, जल और ज़मीन
Shekhar Chandra Mitra
ज़िंदगी कच्ची है सब जानते हैं
ज़िंदगी कच्ची है सब जानते हैं
सोनम पुनीत दुबे "सौम्या"
कीमत
कीमत
Ashwani Kumar Jaiswal
Morning hot tea
Morning hot tea
Otteri Selvakumar
उठ जाग मेरे मानस
उठ जाग मेरे मानस
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
तुम्हे देख कर ही ऐसा महसूस होता है
तुम्हे देख कर ही ऐसा महसूस होता है
Ranjeet kumar patre
अपने ज्ञान को दबा कर पैसा कमाना नौकरी कहलाता है!
अपने ज्ञान को दबा कर पैसा कमाना नौकरी कहलाता है!
Suraj kushwaha
एक गुल्लक रख रखी है मैंने,अपने सिरहाने,बड़ी सी...
एक गुल्लक रख रखी है मैंने,अपने सिरहाने,बड़ी सी...
पूर्वार्थ
Loading...