Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Aug 2021 · 1 min read

ओलंपिक के भइल आयोजन

ओलंपिक के भइल आयोजन,शहर टोक्यो देश‌ जपान।
देश विदेश क वीर धुरंधर, सबकर उहँवा रहल जुतान।
कुश्ती खातिर आंखाड़ा तऽ, सजल रहल हांँकी मैदान।
केहू भाला लेके पहुँचल, केहू लेके तीर कमान।

पी.वी.,पुनिया, लवलीना अरु, हांकी कांस्य गइल हऽ जीत।
मीराबाई, रवि दहिया जी, रजत पदक के भइलन मीत।
कोशिश करत रहल सब केहू, जेकरि रहल भुजा में जान।
भाला लेके नीरज बबुआ, राखे गइल हिंद के शान।

कांसा मीलल चांदी मीलल, भारत देश भइल खुशहाल।
सोना के तमगा ना मीलल, बस एकर रह गइल मलाल।
अंतिम दिनवा आइल भइया, बचल रहल ना कवनो आस।
अंतिम आशा नीरज बबुआ, उनपर रहल आज विश्वास।

वीर भूमि भारत के धरती, जेकर दुनिया करे बखान।
चलल हवे नीरज के भाला, राखे खातिर अब सम्मान।
सत्तासी मीटर तब भाला, नीरज बबुआ दियो‌ उछाल।
सोना दिहलऽ हऽ भारत के,जीय जीय माटी के लाल।

(स्वरचित मौलिक)
#सन्तोष_कुमार_विश्वकर्मा_सूर्य
तुर्कपट्टी, देवरिया, (उ.प्र.)
☎️7379598464

Language: Bhojpuri
Tag: छंद
315 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

लालू
लालू
विशाल शुक्ल
छा जाओ आसमान की तरह मुझ पर
छा जाओ आसमान की तरह मुझ पर
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी "
वफा से होकर बेवफा
वफा से होकर बेवफा
gurudeenverma198
ज़िंदगी की जंग
ज़िंदगी की जंग
Dr. Rajeev Jain
उनको ही लाजवाब लिक्खा है
उनको ही लाजवाब लिक्खा है
अरशद रसूल बदायूंनी
आदि  अनंत  अनादि अगोचर निष्कल अंधकरी त्रिपुरारी।
आदि अनंत अनादि अगोचर निष्कल अंधकरी त्रिपुरारी।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
4930.*पूर्णिका*
4930.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
अच्छा लगना
अच्छा लगना
Madhu Shah
पतझड़ और हम जीवन होता हैं।
पतझड़ और हम जीवन होता हैं।
Neeraj Kumar Agarwal
सोशल मिडीया
सोशल मिडीया
Ragini Kumari
- स्त्री प्रकृति -
- स्त्री प्रकृति -
bharat gehlot
शारदे देना मुझको ज्ञान
शारदे देना मुझको ज्ञान
Shriyansh Gupta
तन्हा
तन्हा
Kanchan Advaita
जीवन के अध्याय
जीवन के अध्याय
Rambali Mishra
हर एक  खैरियत पूछने वाला...
हर एक खैरियत पूछने वाला...
पूर्वार्थ
*सरस्वती वंदना*
*सरस्वती वंदना*
Shashank Mishra
*छपना पुस्तक का कठिन, समझो टेढ़ी खीर (कुंडलिया)*
*छपना पुस्तक का कठिन, समझो टेढ़ी खीर (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
"सपने"
Dr. Kishan tandon kranti
कहना ही है
कहना ही है
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
एक पल में जब हटेगी छाया
एक पल में जब हटेगी छाया
Buddha Prakash
सोच को अपनी तार्किक रखना ।
सोच को अपनी तार्किक रखना ।
Dr fauzia Naseem shad
जिस देश में युवाओं के पास शिक्षा की महज एक औपचारिकता ही रह ज
जिस देश में युवाओं के पास शिक्षा की महज एक औपचारिकता ही रह ज
Rj Anand Prajapati
कौशल कविता का - कविता
कौशल कविता का - कविता
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
संबंधो में अपनापन हो
संबंधो में अपनापन हो
संजय कुमार संजू
“दीपावली की शुभकामना”
“दीपावली की शुभकामना”
DrLakshman Jha Parimal
हारो बेशक कई बार,हार के आगे झुको नहीं।
हारो बेशक कई बार,हार के आगे झुको नहीं।
Neelam Sharma
New88.co.uk là đại lý chính thức của nhà cái new88. Trang we
New88.co.uk là đại lý chính thức của nhà cái new88. Trang we
new88couk
….
….
*प्रणय प्रभात*
पती - पत्नी
पती - पत्नी
krupa Kadam
बस भी करो यार...
बस भी करो यार...
Abasaheb Sarjerao Mhaske
Loading...