Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Jan 2022 · 1 min read

मालिक ये कैसा शहर है बसाया

जिधर देखो दर्दो तड़प जख्म आँसू
मालिक ये कैसा शहर है बसाया
कोई संगदिल है कोई तंगदिल है
हैवान कोई बेरहम दिल है
कैसे कैसे हैं इंसा ये तेरे खुदाया

घुटती सिसकती तड़पती फिजायें
मुफलिसी से घायल कराहती सदायें
क्यूँ इतनी दूर बैठा जो सुनने न पाया

भूखी नंगी प्यासी जिंदा बीमार लाशें
बूढ़ी पथराई सूनी डबडबाई आँखें
मरती हुई इनसानियत की काया

कभी देख मंदिर मस्जिद गिरजाघर से निकलकर
येरूसलम काबा काशी मक्के मदीने से बढ़कर
चंद ठेकेदारों ने क्या खूब बाजार है सजाया
M.Tiwari”Ayen” 9452184217

1 Like · 440 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Mahesh Tiwari 'Ayan'
View all

You may also like these posts

वो भी तिरी मानिंद मिरे हाल पर मुझ को छोड़ कर
वो भी तिरी मानिंद मिरे हाल पर मुझ को छोड़ कर
Trishika Dhara
बड़ा हीं खूबसूरत ज़िंदगी का फलसफ़ा रखिए
बड़ा हीं खूबसूरत ज़िंदगी का फलसफ़ा रखिए
Shweta Soni
3981.💐 *पूर्णिका* 💐
3981.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
Someday you'll look back and realize that you overcame all o
Someday you'll look back and realize that you overcame all o
पूर्वार्थ
सौम्य शांतचित्त और गंभीर!
सौम्य शांतचित्त और गंभीर!
Jaikrishan Uniyal
आत्महत्या
आत्महत्या
आकांक्षा राय
खोले हैं जज्बात के, जब भी कभी कपाट
खोले हैं जज्बात के, जब भी कभी कपाट
RAMESH SHARMA
इंसान स्वार्थी इसलिए है क्योंकि वह बिना स्वार्थ के किसी भी क
इंसान स्वार्थी इसलिए है क्योंकि वह बिना स्वार्थ के किसी भी क
Rj Anand Prajapati
सुखी कौन...
सुखी कौन...
R D Jangra
वो मेरा दिल छू लेने वाला, मुझसे अछूता रहा सदा।
वो मेरा दिल छू लेने वाला, मुझसे अछूता रहा सदा।
ओसमणी साहू 'ओश'
Self help is the best help
Self help is the best help
SUNDER LAL PGT ENGLISH
"सच्ची जिन्दगी"
Dr. Kishan tandon kranti
Echoes By The Harbour
Echoes By The Harbour
Vedha Singh
कामनाओं का चक्र व्यूह
कामनाओं का चक्र व्यूह
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
Tuning fork's vibration is a perfect monotone right?
Tuning fork's vibration is a perfect monotone right?
Chaahat
इस ज़िंदगी  में जो जरा आगे निकल गए
इस ज़िंदगी में जो जरा आगे निकल गए
Dr Archana Gupta
*जैन पब्लिक लाइब्रेरी, रामपुर*
*जैन पब्लिक लाइब्रेरी, रामपुर*
Ravi Prakash
प्रभु संग प्रीति
प्रभु संग प्रीति
Pratibha Pandey
मिलती नहीं खुशी अब ज़माने पहले जैसे कहीं भी,
मिलती नहीं खुशी अब ज़माने पहले जैसे कहीं भी,
manjula chauhan
*प्रकृति के हम हैं मित्र*
*प्रकृति के हम हैं मित्र*
Dushyant Kumar
"आधी रात के बाद"
©️ दामिनी नारायण सिंह
दीप की बाती ...
दीप की बाती ...
sushil sarna
उड़ने दो
उड़ने दो
Seema gupta,Alwar
वो आया
वो आया
हिमांशु Kulshrestha
'आलम-ए-वजूद
'आलम-ए-वजूद
Shyam Sundar Subramanian
लोन के लिए इतने फोन आते है
लोन के लिए इतने फोन आते है
Ranjeet kumar patre
सफर जिंदगी का आसान नहीं
सफर जिंदगी का आसान नहीं
Sudhir srivastava
जियो जी भर के,
जियो जी भर के,
Sunny kumar kabira
इंतज़ार करने की लत
इंतज़ार करने की लत
Chitra Bisht
प्रेम🕊️
प्रेम🕊️
Vivek Mishra
Loading...