Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Dec 2021 · 1 min read

मंगलमय नव वर्ष

कुण्डलिया
1
मंगलमय नव वर्ष हो ,सुख पावें सब लोग
श्रमम की रोटी प्रेम से ,खाकर रहें निरोग
खाकर रहें निरोग सकल जग तन से मन से
हो न ईर्ष्या, द्वेष, कभी औरों के धन धन से
और न कोई और , किसी को दिखलाए भय
इसी तरह नववर्ष रहे हो कर मंगलमय
2
दूरी उर की दूर कर , आगे बढ़ें सहर्ष
मिलकर स्वागत सब करें , आया है नव वर्ष
आया है नव वर्ष , इसे हम गले लगाएँ
भूल आपसी वैर , प्यार से हाथ मिलाएँ
नहीं दिखाएँ प्यार , जताने में मजबूरी
नए वर्ष में खत्म , करें आपस की दूरी

अवध किशोर ‘अवधू’
मोबाइल नंबर 9918854285
25-12-2021
समय-11-5 दिन में

496 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

मैं छोटी नन्हीं सी गुड़िया ।
मैं छोटी नन्हीं सी गुड़िया ।
लक्ष्मी सिंह
शेखर सिंह
शेखर सिंह
शेखर सिंह
मैं तुम्हें लिखता रहूंगा
मैं तुम्हें लिखता रहूंगा
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
वामांगी   सिखाती   गीत।
वामांगी सिखाती गीत।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
ये ज़िंदगी फिर से एक बार ग़म दे गई!
ये ज़िंदगी फिर से एक बार ग़म दे गई!
Ajit Kumar "Karn"
अतीत का पन्ना पलटकर देखने से क्या होगा.. (ग़ज़ल)
अतीत का पन्ना पलटकर देखने से क्या होगा.. (ग़ज़ल)
पियूष राज 'पारस'
विषय- #जो_जैसा_है_उसे_वैसा_ही_अपना_लो_रिश्ते_निभाने_आसान_हो_जाएंगे।
विषय- #जो_जैसा_है_उसे_वैसा_ही_अपना_लो_रिश्ते_निभाने_आसान_हो_जाएंगे।
सोनम पुनीत दुबे "सौम्या"
" सच्ची परिभाषा "
Dr. Kishan tandon kranti
सच और झूँठ
सच और झूँठ
विजय कुमार अग्रवाल
आजकल धर्म धूर्तों का
आजकल धर्म धूर्तों का
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
सरसी छंद
सरसी छंद
seema sharma
जो बातें अनुकूल नहीं थीं
जो बातें अनुकूल नहीं थीं
Suryakant Dwivedi
..
..
*प्रणय प्रभात*
"स्वार्थी रिश्ते"
Ekta chitrangini
जनवासा अब है कहाँ,अब है कहाँ बरात (कुंडलिया)
जनवासा अब है कहाँ,अब है कहाँ बरात (कुंडलिया)
Ravi Prakash
मुक्तक
मुक्तक
अवध किशोर 'अवधू'
निज कर्तव्य निभाना है
निज कर्तव्य निभाना है
Sunil Suman
"परिश्रम: सोपानतुल्यं भवति
Mukul Koushik
मोबाइल भक्ति
मोबाइल भक्ति
Satish Srijan
🙅🤦आसान नहीं होता
🙅🤦आसान नहीं होता
डॉ० रोहित कौशिक
वो छोड़ गया था जो
वो छोड़ गया था जो
Shweta Soni
*दर्शन शुल्क*
*दर्शन शुल्क*
Dhirendra Singh
नींद पर दोहे
नींद पर दोहे
आर.एस. 'प्रीतम'
दोहा पंचक. . . . . प्यार
दोहा पंचक. . . . . प्यार
sushil sarna
नव बहूँ
नव बहूँ
Dr. Vaishali Verma
न्याय के मंदिर में!
न्याय के मंदिर में!
Jaikrishan Uniyal
4504.*पूर्णिका*
4504.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Time decides our fate, our journey. And when time changes, e
Time decides our fate, our journey. And when time changes, e
पूर्वार्थ
विषय सूची
विषय सूची
पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप"
ज़िंदगी - एक सवाल
ज़िंदगी - एक सवाल
Shyam Sundar Subramanian
Loading...