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29 Sep 2024 · 1 min read

खुदा तो रुठा था मगर

खुदा तो रुठा था मगर
बंदों से उम्मीद बरकरार थी
वक्त बदलते-बदलते बंदों ने भी
खुदा की बात को ही तवज्जो दी

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