Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Sep 2021 · 1 min read

हिंदी दिवस

हिन्दी हमारी शान है,
हिन्दी हमारी जान है।
हिन्दी से है हमारा वज़ूद,
हिन्दी हमारी पहचान है।
हिन्दी है हमे सबसे प्रिय,
हिन्दी से पाया हमने सम्मान है।
विश्व की तीसरी सबसे बड़ी भाषा है हिन्दी,
हमारे महापुरुषों ने किया हिन्दी का बखान है।
जो हिन्दी को कमतर समझे,
तो समझो उसके पास अज्ञान है।
हिन्दी है बेहद सरल भाषा,
मातृभाषा के प्रति हमारे दिल मे सम्मान है।
हमारी पहचान है कि हम है हिन्दीभाषी,
देश हमारा सारे जग से प्यारा हिंदुस्तान है।
हिंदुस्तान की है ये विशेषता,
यहाँ होती प्रेम से आरती और अज़ान है।
इतनी विविधता पूर्ण देश पर,
हम सब हिंदुस्तानी कुर्बान है।
हमे इस माटी मे पैदा किया,
ऊपर वाले का बड़ा एहसान है।
हिंदी से है हमारा वज़ूद,
हिंदी हमारी शान है।
हम सब का हिन्दी भाषी होना,
हमारी एकता की पहचान है।

,,,,,,
,,,,,,,,,,,हिन्दी दिवस

शोएब खान शिवली
कानपुर देहात

Language: Hindi
1 Like · 424 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

उजले दिन के बाद काली रात आती है
उजले दिन के बाद काली रात आती है
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
मुँह में राम बगल में छुरी।
मुँह में राम बगल में छुरी।
Vishnu Prasad 'panchotiya'
गंगा घाट
गंगा घाट
Preeti Sharma Aseem
मैं तुझसे मिलने का, कोई बहाना ढूढ लेता हूँ ...
मैं तुझसे मिलने का, कोई बहाना ढूढ लेता हूँ ...
sushil yadav
चलो हम तो खुश नहीं है तो ना सही।
चलो हम तो खुश नहीं है तो ना सही।
Annu Gurjar
बचपन और गांव
बचपन और गांव
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
पिछला वक़्त अगले वक़्त के बारे में कुछ नहीं बतलाता है!
पिछला वक़्त अगले वक़्त के बारे में कुछ नहीं बतलाता है!
Ajit Kumar "Karn"
यह हरकत तुम्हारी
यह हरकत तुम्हारी
gurudeenverma198
यह देखो यह प्यारी हटरी ( बाल कविता )
यह देखो यह प्यारी हटरी ( बाल कविता )
Ravi Prakash
आज़ तेरा है कल मेरा हो जायेगा
आज़ तेरा है कल मेरा हो जायेगा
Keshav kishor Kumar
कलम का वरदान
कलम का वरदान
Indu Nandal
The Sky Above
The Sky Above
R. H. SRIDEVI
मानो देश भर में
मानो देश भर में
*प्रणय प्रभात*
ग़ज़ल
ग़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
जो बरसे न जमकर, वो सावन कैसा
जो बरसे न जमकर, वो सावन कैसा
Suryakant Dwivedi
जीवन का खेल
जीवन का खेल
Sudhir srivastava
विषय:मैं आज़ाद हूँ।
विषय:मैं आज़ाद हूँ।
Priya princess panwar
चले बिना पाँव झूठ कितना,
चले बिना पाँव झूठ कितना,
Dr Archana Gupta
गजल सगीर
गजल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
" तारीफ़ "
Dr. Kishan tandon kranti
विडंबना
विडंबना
श्याम सांवरा
मन से मन का बंधन
मन से मन का बंधन
Shubham Anand Manmeet
शोकहर छंद विधान (शुभांगी)
शोकहर छंद विधान (शुभांगी)
Subhash Singhai
दुरीयों के बावजूद...
दुरीयों के बावजूद...
सुरेश ठकरेले "हीरा तनुज"
दोहे
दोहे
seema sharma
दोहा त्रयी. . . दम्भ
दोहा त्रयी. . . दम्भ
sushil sarna
4499.*पूर्णिका*
4499.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
🩸🔅🔅बिंदी🔅🔅🩸
🩸🔅🔅बिंदी🔅🔅🩸
Dr. Vaishali Verma
बहे संवेदन रुप बयार🙏
बहे संवेदन रुप बयार🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
*बदलाव की लहर*
*बदलाव की लहर*
sudhir kumar
Loading...