Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Sep 2021 · 1 min read

राखी पावन त्यौहार

राखी पावन त्यौहार, भाई बहन का प्यार ,
सुंदर हो उपहार, राखी मँगवाइये।

बहना करे इंतजार, द्वार देखे बार-बार,
बाँहे सूनी है बेकार,राखी बंधवाइये।

फौजी भाई हो तैनात, बहना की हो सौगात,
बाँहें सूनी बिन बात,हाथ बढवाइये।

कच्चे धागे का बन्धन,सदा स्नेह का बंधन।
होता माथे का चंदन, राखी बनवाइये।

डा.प्रवीण कुमार श्रीवास्तव,प्रेम

404 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
View all

You may also like these posts

भीम राव हैं , तारणहार मेरा।
भीम राव हैं , तारणहार मेरा।
Buddha Prakash
ख्वाहिश
ख्वाहिश
Omee Bhargava
ना जमीं रखता हूॅ॑ ना आसमान रखता हूॅ॑
ना जमीं रखता हूॅ॑ ना आसमान रखता हूॅ॑
VINOD CHAUHAN
ये उम्र के निशाँ नहीं दर्द की लकीरें हैं
ये उम्र के निशाँ नहीं दर्द की लकीरें हैं
Atul "Krishn"
मेरे पिताजी
मेरे पिताजी
Santosh kumar Miri
कोई पूछे तो
कोई पूछे तो
Surinder blackpen
कहूँ अजूबा मैं उन्हे,..... या बोलूँ नायाब
कहूँ अजूबा मैं उन्हे,..... या बोलूँ नायाब
RAMESH SHARMA
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
श्री गणेश भगवान की जन्म कथा
श्री गणेश भगवान की जन्म कथा
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
हर गम दिल में समा गया है।
हर गम दिल में समा गया है।
Taj Mohammad
चराग़ों ने इन हवाओं को क्या समझ रखा है,
चराग़ों ने इन हवाओं को क्या समझ रखा है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
- वो लड़की बदनाम कर गई -
- वो लड़की बदनाम कर गई -
bharat gehlot
वोट डालने निश्चित जाना
वोट डालने निश्चित जाना
श्रीकृष्ण शुक्ल
*दिल कहता है*
*दिल कहता है*
Kavita Chouhan
हमारा विद्यालय
हमारा विद्यालय
आर.एस. 'प्रीतम'
यादें तुम्हारी... याद है हमें ..
यादें तुम्हारी... याद है हमें ..
पं अंजू पांडेय अश्रु
हर जगह से नाम हटा ही दिया है,
हर जगह से नाम हटा ही दिया है,
Ajit Kumar "Karn"
"लौ दीये की"
Dr. Kishan tandon kranti
जब तक मचा हो अन्दर कशमकश
जब तक मचा हो अन्दर कशमकश
Paras Nath Jha
*चुनावी कुंडलिया*
*चुनावी कुंडलिया*
Ravi Prakash
मेरा नौकरी से निलंबन?
मेरा नौकरी से निलंबन?
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
गर मयस्सर ये ज़ीस्त हो जाती
गर मयस्सर ये ज़ीस्त हो जाती
Dr fauzia Naseem shad
कलम का जादू चल रहा, तो संसार तरक्की कर रहा।
कलम का जादू चल रहा, तो संसार तरक्की कर रहा।
पूर्वार्थ
नश्वर संसार
नश्वर संसार
Shyam Sundar Subramanian
मातृभाषा💓
मातृभाषा💓
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
चिला रोटी
चिला रोटी
Lakhan Yadav
मां
मां
Durgesh Bhatt
तुझ से ऐ जालिम
तुझ से ऐ जालिम
Chitra Bisht
B52 - Nơi giải trí hàng đầu, thách thức mọi giới hạn với nhữ
B52 - Nơi giải trí hàng đầu, thách thức mọi giới hạn với nhữ
B52
बेरंग सी जिंदगी......
बेरंग सी जिंदगी......
SATPAL CHAUHAN
Loading...