Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 May 2021 · 1 min read

वो भी क्या दिन थे …( एक उम्र दराज़ की दास्तान )

वो भी क्या दिन थे क्या समां,
जब हम भी कभी थे जवां ।

बढ़िया कद काठी,बुलंद आवाज,
खूबसूरत थे जनाब !हम बेइंतहां ।

दिल था अरमानों से भरा हुआ ,
ज़हन में रहते थे ख्यालात रवां ।

जिस्म में अपार स्फूर्ति थी और ,
धड़कनों में जोश और उमंग नया

मगर अब सब कुछ बदल गया है ,
अब रह गई वो बात भला कहां !

कभी हमारा भी जमाना था,जी!!
कब मानी है नई पीढ़ी ये जवां।

पीढ़ियों का यह बहुत लंबा फर्क ,
सदा बना रहा है और रहेगा यहां ।

उम्र के इस पड़ाव पर आकर देखा ,
तो सब कुछ बिखर गया यहां-वहां।

जिंदगी की सुबह गुजर गई दोस्तों!
अब ये तो है ढलती शाम का समां।

अब सब कुछ पीछे छूटता जा रहा है,
कुछ ख्वाब,ख्वाईशें कुछ अधूरे अरमां।

अब याद रखने को सिर्फ मौत ,”ऐ अनु !”
चलो!इंतजार में खड़ा है नया कारवां ।

4 Likes · 4 Comments · 508 Views
Books from ओनिका सेतिया 'अनु '
View all

You may also like these posts

ग्रहों की चाल
ग्रहों की चाल
प्रदीप कुमार गुप्ता
त्रिपदिया
त्रिपदिया
Rambali Mishra
सुकून मिलता है तेरे पास होने से,
सुकून मिलता है तेरे पास होने से,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
हर लफ्ज़ मे मोहब्बत
हर लफ्ज़ मे मोहब्बत
Surinder blackpen
अगर कुछ हो गिला तब तो बताऊं मैं,
अगर कुछ हो गिला तब तो बताऊं मैं,
डी. के. निवातिया
बर्ड फ्लू का क्लू
बर्ड फ्लू का क्लू
Anil Kumar Mishra
2696.*पूर्णिका*
2696.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
रमेशराज की वर्णिक एवं लघु छंदों में 16 तेवरियाँ
रमेशराज की वर्णिक एवं लघु छंदों में 16 तेवरियाँ
कवि रमेशराज
डर अंधेरों से नही अपने बुरे कर्मों से पैदा होता है।
डर अंधेरों से नही अपने बुरे कर्मों से पैदा होता है।
Rj Anand Prajapati
बचपन की यादें
बचपन की यादें
Kanchan Advaita
संबंध की एक गरिमा होती है अगर आपके कारण किसी को परेशानी हो र
संबंध की एक गरिमा होती है अगर आपके कारण किसी को परेशानी हो र
Ashwini sharma
जीवन
जीवन
पंकज परिंदा
जल जंगल जमीन
जल जंगल जमीन
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
दोहा चौका. . . .
दोहा चौका. . . .
sushil sarna
एक सवाल जिंदगी से...(सयाली छंद)
एक सवाल जिंदगी से...(सयाली छंद)
पं अंजू पांडेय अश्रु
*संतान सप्तमी*
*संतान सप्तमी*
Shashi kala vyas
💐💐💐दोहा निवेदन💐💐💐
💐💐💐दोहा निवेदन💐💐💐
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
*अजब है उसकी माया*
*अजब है उसकी माया*
Poonam Matia
अल मस्त फकीर
अल मस्त फकीर
Dr. P.C. Bisen
तुम्हारे प्यार के खातिर सितम हर इक सहेंगे हम।
तुम्हारे प्यार के खातिर सितम हर इक सहेंगे हम।
सत्य कुमार प्रेमी
"चित्तू चींटा कहे पुकार।
*प्रणय*
***
*** " मन मेरा क्यों उदास है....? " ***
VEDANTA PATEL
"चिन्तन का कोना"
Dr. Kishan tandon kranti
spend
spend
पूर्वार्थ
टूटी बटन
टूटी बटन
Awadhesh Singh
क्या कर लेगा कोई तुम्हारा....
क्या कर लेगा कोई तुम्हारा....
Suryakant Dwivedi
कालः  परिवर्तनीय:
कालः परिवर्तनीय:
Bhupendra Rawat
उद्गार किया उपकार किया,
उद्गार किया उपकार किया,
श्याम सांवरा
" बीता समय कहां से लाऊं "
Chunnu Lal Gupta
हमसफ़र
हमसफ़र
Arvina
Loading...