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29 Jan 2021 · 1 min read

ज़िंदादिली

ग़र है लहू तेरी रगों में तो खौलने दे उसे खुलकर,
कम से कम तेरे ही ज़हन में ये बात तो आये की तू ज़िंदा है,
तू ज़िंदा है तो ज़िंदादिली की बात कर क्योंकि बेज़ुबान तो मुर्दा हुआ करते है,
सबूत पेश करता रह इस दुनिया मे, कि तू ज़िंदा है,
वरना मुर्दे अपनी खुदती हुई कब्र का एतराज़ नही करते हैं

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