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Ashok Chhabra
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19 Dec 2020 · 1 min read
हर दिन
हर दिन रावण बढ रहे कैसे हो संहार।
इस दशमी विनती यही राम लगाओ पार।।
–अशोक छाबडा
Language:
Hindi
Tag:
दोहा
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