Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Sep 2020 · 1 min read

कर्म के अनुसार गणेशजी का नाम

आप सभी सुधी श्रेष्ठ पाठकों को गणेश चतुर्थी की मंगलमय असीमित हार्दिक शुभकामनाएं।।मंगलकर्ता, विघ्नेश्वर सबका मंगल करें।।

?आयोजन—#गणपति_आगमन
?दिनांक — २२/०८/२०२०
?विधा—- दोहा
?विषय— क्रमानुसार श्री गणेश जी के नाम
___________________________________
?रचना—-

धुआं उड़ाने से मिला, धूम्रवर्ण है नाम।
विघ्नविनाशन नाम है, विघ्न हरण है काम।।१।।

शूपकर्ण कहते उन्हें, बहुत बड़े दो कान।
बुद्धिनाथ देते सदा, जग को उत्तम ज्ञान।।२।।

शुभगुणकानन देवता, गुण हैं सभी पुनीत।
निधिश्वर धन के दाता, कपिल वसन है पीत।।३।।

भालचंद्र कहते सभी, चन्द्र धारते भाल।
स्वामी गणों के गणपति, जिनका बदन विशाल।।४।।

तप करते स्वीकार है, देवव्रत हर बार।
भुवनपति हे ! उमापुत्र, महिमा अगम अपार।।५।।

बलि करें स्वीकार वहीं, यज्ञकाय सरकार।
विघ्नेश्वर बाधा हरें, जन-जन पर उपकार।।६।।

शुभ मुख जिनका सुमुख प्रभु,श्वेता शुद्ध सफेद।
हस्त गदाधर के गदा, कहते है सब वेद।।७।।

क्षिप्रा से आराधना, योगाधिप से ध्यान।
वरदविनायक से सफल, बुद्धिप्रिय से ज्ञान।।८।।
____________________________________
#घोषणा
मैं [पं.संजीव शुक्ल ‘सचिन’] यह घोषणा करता हूँ कि मेरे द्वारा प्रेषित रचना मौलिक एवं स्वरचित है।
[पं.संजीव शुक्ल ‘सचिन’]
स्थान :- मुसहरवा (मंशानगर) पश्चिमी चम्पारण, बिहार

Language: Hindi
3 Likes · 1 Comment · 492 Views
Books from संजीव शुक्ल 'सचिन'
View all

You may also like these posts

#मानवता का गिरता स्तर
#मानवता का गिरता स्तर
Radheshyam Khatik
सेवा निवृत काल
सेवा निवृत काल
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
“मिजाज़-ए-ओश”
“मिजाज़-ए-ओश”
ओसमणी साहू 'ओश'
बेहतरीन इंसान वो है
बेहतरीन इंसान वो है
शेखर सिंह
ध्यान-रूप स्वरुप में जिनके, चिंतन चलता निरंतर;
ध्यान-रूप स्वरुप में जिनके, चिंतन चलता निरंतर;
manjula chauhan
बलात-कार!
बलात-कार!
अमित कुमार
सबला
सबला
Rajesh
चेहरे क्रीम पाउडर से नहीं, बल्कि काबिलियत से चमकते है ।
चेहरे क्रीम पाउडर से नहीं, बल्कि काबिलियत से चमकते है ।
Ranjeet kumar patre
Jindagi Ke falsafe
Jindagi Ke falsafe
Dr Mukesh 'Aseemit'
भाग्य
भाग्य
Sarla Sarla Singh "Snigdha "
3536.💐 *पूर्णिका* 💐
3536.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
बार -बार दिल हुस्न की ,
बार -बार दिल हुस्न की ,
sushil sarna
दगा बाज़ आसूं
दगा बाज़ आसूं
Surya Barman
जो नभ को कण समझता है,
जो नभ को कण समझता है,
Bindesh kumar jha
" मुद्रा "
Dr. Kishan tandon kranti
The best Preschool Franchise - Londonkids
The best Preschool Franchise - Londonkids
Londonkids
शिकवे शिकायत करना
शिकवे शिकायत करना
Chitra Bisht
इस क़दर फंसे हुए है तेरी उलझनों में ऐ ज़िंदगी,
इस क़दर फंसे हुए है तेरी उलझनों में ऐ ज़िंदगी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
ऐ ज़िंदगी
ऐ ज़िंदगी
Shekhar Chandra Mitra
मैया का जगराता- भजन- रचनाकार -अरविंद भारद्वाज
मैया का जगराता- भजन- रचनाकार -अरविंद भारद्वाज
अरविंद भारद्वाज
कैसे रखें हम कदम,आपकी महफ़िल में
कैसे रखें हम कदम,आपकी महफ़िल में
gurudeenverma198
यह रात का अंधेरा भी, हर एक  के जीवन में अलग-अलग महत्व रखता ह
यह रात का अंधेरा भी, हर एक के जीवन में अलग-अलग महत्व रखता ह
Annu Gurjar
गर्म जल कुंड
गर्म जल कुंड
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
एक जहाँ हम हैं
एक जहाँ हम हैं
Dr fauzia Naseem shad
🙅Dont Worry🙅
🙅Dont Worry🙅
*प्रणय*
*भव-पालक की प्यारी गैय्या कलियुग में लाचार*
*भव-पालक की प्यारी गैय्या कलियुग में लाचार*
Poonam Matia
पहली दफ़ा कुछ अशुद्धियाॅं रह सकती है।
पहली दफ़ा कुछ अशुद्धियाॅं रह सकती है।
Ajit Kumar "Karn"
*यहाँ जो दिख रहा है वह, सभी श्रंगार दो दिन का (मुक्तक)*
*यहाँ जो दिख रहा है वह, सभी श्रंगार दो दिन का (मुक्तक)*
Ravi Prakash
श्रंगार
श्रंगार
Vipin Jain
सोना बोलो है कहाँ, बोला मुझसे चोर।
सोना बोलो है कहाँ, बोला मुझसे चोर।
आर.एस. 'प्रीतम'
Loading...