Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Aug 2020 · 1 min read

“ग़ुम हो जाते हैं”

चलो फिर से कहीं हम ग़ुम हो जाते हैं,
तुममें हम और हममें तुम हो जाते हैं,
कभी किसी राह में, मुलाकात हो जाये
दिल की धड़कनों को फिर , तुम्हारा एहसास हो जाये,
चलो फिर से वही इक शाम जीते हैं,
सर्द हवाओं में गर्म, कुल्हड़ की चाय पीते हैं,
चलो फिर से कहीं हम ग़ुम हो जाते हैं,
तुममें हम और हममें तुम हो जाते हैं
मिले जब भी जुबां पे नाम तेरा ही हो जाये,
तुझसे ही रोशन दिन चमकती रात हो जाये,
जहाँ ना हो शिक़वे गिले तकरार की बातें,
चलो फिर से वही हम , वही तुम हो जाते हैं,
कहीं हम ग़ुम हो जाते हैं, कहीं हम ग़ुम हो जाते हैं।

5 Likes · 8 Comments · 406 Views

You may also like these posts

लोग समझते हैं
लोग समझते हैं
VINOD CHAUHAN
रंग विरंगी नाँव
रंग विरंगी नाँव
Dr. Vaishali Verma
भगण के सवैये (चुनाव चक्कर )
भगण के सवैये (चुनाव चक्कर )
guru saxena
सैनिक का सावन
सैनिक का सावन
Dr.Pratibha Prakash
वो तेरी पहली नज़र
वो तेरी पहली नज़र
Yash Tanha Shayar Hu
मैं बनारस का बेटा हूँ मैं गुजरात का बेटा हूँ मैं गंगा का बेट
मैं बनारस का बेटा हूँ मैं गुजरात का बेटा हूँ मैं गंगा का बेट
शेखर सिंह
" किरदार "
Dr. Kishan tandon kranti
मेरे मालिक मेरी क़लम को इतनी क़ुव्वत दे
मेरे मालिक मेरी क़लम को इतनी क़ुव्वत दे
Dr Tabassum Jahan
बहुत फुर्सत मै पढ़ना आनंद आ जायेगा......
बहुत फुर्सत मै पढ़ना आनंद आ जायेगा......
Rituraj shivem verma
4328.💐 *पूर्णिका* 💐
4328.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
जूझ रहा था तालाब पानी के अभाव में।
जूझ रहा था तालाब पानी के अभाव में।
Vinay Pathak
माँ अपने बेटे से कहती है :-
माँ अपने बेटे से कहती है :-
Neeraj Mishra " नीर "
आप और हम
आप और हम
Neeraj Agarwal
😊आम बोली की ग़ज़ल😊
😊आम बोली की ग़ज़ल😊
*प्रणय*
कविता
कविता
Nmita Sharma
हाशिये पर बैठे लोग
हाशिये पर बैठे लोग
Chitra Bisht
कभी धूप तो कभी बदली नज़र आयी,
कभी धूप तो कभी बदली नज़र आयी,
Rajesh Kumar Arjun
*THe Glorious is Humble*
*THe Glorious is Humble*
Veneeta Narula
King88 là một cổng game bài đổi thưởng uy tín, mang đến cho
King88 là một cổng game bài đổi thưởng uy tín, mang đến cho
nhacai king88
अमृत नागर
अमृत नागर
Rambali Mishra
पता ना था के दीवान पे दर्ज़ - जज़बातों  के नाम भी होते हैं 
पता ना था के दीवान पे दर्ज़ - जज़बातों  के नाम भी होते हैं 
Atul "Krishn"
तीन हाइकु
तीन हाइकु "फिक्र"
अरविन्द व्यास
कहानी
कहानी
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
*दादा जी ने पहना चश्मा (बाल कविता)*
*दादा जी ने पहना चश्मा (बाल कविता)*
Ravi Prakash
चांद शेर
चांद शेर
Bodhisatva kastooriya
दिल तमन्ना
दिल तमन्ना
Dr fauzia Naseem shad
#justareminderdrarunkumarshastri
#justareminderdrarunkumarshastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
"अपेक्षा"
Yogendra Chaturwedi
हादसा
हादसा
Rekha khichi
टपरी पर
टपरी पर
Shweta Soni
Loading...