Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Oct 2019 · 1 min read

आज शरद की रात

आज शरद की रात ओ. प्रियतम आ जाना ।
सुने मन के निधिवन में सजीले मोहनाश्याम तू रास रचा जाना।।
जाने कबसे ए मोहन नीरस सी पड़ी है वेणु,,
गुम सुम सी हो गई है तेरी। अब श्यामा धेनु।
वही कदंब,की डाल तू
तान सुना जाना।
जाने,
जाने कब से यह विरहन मिलने की बाट निहारे।
जन्मों जन्मो की प्यासी और। मन पर प्रीत संवारे।
एक झलक बस एक बूंद नैनों से श्याम पिला जाना।
आज
आज शरद की धवल चांदनी तेरी बाट निहारे।
नखत गगन के व्याकुल होकर लुका छिपी खेलें सारे।
श्याम निभाने रीत प्रीत की भोर से पहले आ जाना।c
आज

मुझ जोगन ने तेरे प्यार में लोक लाज विसराई है।
तन मन तेरे प्यार में डूबा प्रीत अनोखी पाई है । ।
रेखा जोगन हुई स्याम की आज दरस दिखला जाना। आज

Language: Hindi
Tag: गीत
2 Likes · 435 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

” क्या फर्क पड़ता है ! “
” क्या फर्क पड़ता है ! “
ज्योति
नूर ओ रंगत कुर्बान शक्ल की,
नूर ओ रंगत कुर्बान शक्ल की,
ओसमणी साहू 'ओश'
कृष्ण कन्हैया
कृष्ण कन्हैया
Rambali Mishra
मैंने रात को जागकर देखा है
मैंने रात को जागकर देखा है
शेखर सिंह
एक बात बोलू
एक बात बोलू
पूर्वार्थ देव
जिंदगी में जितने महत्व पूर्ण है
जिंदगी में जितने महत्व पूर्ण है
पूर्वार्थ
"याद के काबिल"
Dr. Kishan tandon kranti
दिल सचमुच आनंदी मीर बना।
दिल सचमुच आनंदी मीर बना।
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
मतलब निकल गया तो यूँ रुसवा न कीजिए
मतलब निकल गया तो यूँ रुसवा न कीजिए
आकाश महेशपुरी
माँ - सम्पूर्ण संसार
माँ - सम्पूर्ण संसार
Savitri Dhayal
Beyond The Flaws
Beyond The Flaws
Vedha Singh
प्रेमिका से
प्रेमिका से
Shekhar Chandra Mitra
इजाज़त हो गर
इजाज़त हो गर
Mahesh Tiwari 'Ayan'
वीरों की धरती......
वीरों की धरती......
रेवा राम बांधे
गुमनाम दिल
गुमनाम दिल
Harsh Malviya
रिश्तों में दूरी
रिश्तों में दूरी
Rekha khichi
बिती यादें
बिती यादें
krupa Kadam
खिलौना बना आदमी देखिए
खिलौना बना आदमी देखिए
संजय निराला
आकाश मेरे ऊपर
आकाश मेरे ऊपर
Shweta Soni
तर्क-ए-उल्फ़त
तर्क-ए-उल्फ़त
Neelam Sharma
बचपन
बचपन
PRATIK JANGID
सखी ये है कैसा सावन।
सखी ये है कैसा सावन।
श्रीकृष्ण शुक्ल
खुशी टिकती नहीं मेरे पास
खुशी टिकती नहीं मेरे पास
Iamalpu9492
जुदाई
जुदाई
Dipak Kumar "Girja"
प्रबल वेग बरसात का,
प्रबल वेग बरसात का,
sushil sarna
4711.*पूर्णिका*
4711.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
समय बदलता
समय बदलता
surenderpal vaidya
वर्तमान परिदृश्य में विचारधारा भी एक बिजनेस बनकर रह गया है ।
वर्तमान परिदृश्य में विचारधारा भी एक बिजनेस बनकर रह गया है ।
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
👌चोंचलेबाजी-।
👌चोंचलेबाजी-।
*प्रणय प्रभात*
वेला
वेला
Sangeeta Beniwal
Loading...