Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 Sep 2019 · 1 min read

हई टहनियाँ सूख

संबंधों के मर्म को ,……..समझा है बस ऱूख !
हुआ जख्म जड़ को जहाँ ,गई टहनियाँ सूख !!

देख नजारा बाढ का,यही निकाला सार !
होगा जल मे इस दफा,रावण का संहार !!
रमेश शर्मा

Language: Hindi
1 Like · 288 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

बाबर के वंशज
बाबर के वंशज
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
कुछ ख़त मोहब्बत के , दोहा गीत व दोहे
कुछ ख़त मोहब्बत के , दोहा गीत व दोहे
Subhash Singhai
हर बला से दूर रखता,
हर बला से दूर रखता,
Satish Srijan
"अजातशत्रु"
Dr. Kishan tandon kranti
सपनों का सफर, संघर्षों का साथ,
सपनों का सफर, संघर्षों का साथ,
पूर्वार्थ
1B_ वक्त की ही बात है
1B_ वक्त की ही बात है
Kshma Urmila
चौपाई छंद गीत
चौपाई छंद गीत
seema sharma
ॐ
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
खालीपन
खालीपन
ARPANA singh
इस क़दर उलझे हुए हैं अपनी नई ज़िंदगी से,
इस क़दर उलझे हुए हैं अपनी नई ज़िंदगी से,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
घनाक्षरी
घनाक्षरी
Suryakant Dwivedi
. *प्रगीत*
. *प्रगीत*
Dr.Khedu Bharti
दिल में कुण्ठित होती नारी
दिल में कुण्ठित होती नारी
Pratibha Pandey
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Mahendra Narayan
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Neelofar Khan
माँ शारदे की नित्य आराधना
माँ शारदे की नित्य आराधना
Sudhir srivastava
दूर न जा नजरों से
दूर न जा नजरों से
Jyoti Roshni
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
माँ
माँ
Shikha Mishra
शीर्षक – निर्णय
शीर्षक – निर्णय
Sonam Puneet Dubey
ये मुख़्तसर हयात है
ये मुख़्तसर हयात है
Dr fauzia Naseem shad
सु
सु
*प्रणय*
नई शिक्षा
नई शिक्षा
अंजनीत निज्जर
Real smile.
Real smile.
Priya princess panwar
*राही धन्य महेश जी, हिंदी के सिरमौर (कुंडलिया)*
*राही धन्य महेश जी, हिंदी के सिरमौर (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
कैसे करें इन पर यकीन
कैसे करें इन पर यकीन
gurudeenverma198
किस्मत से
किस्मत से
Chitra Bisht
Best Preschool Franchise in India
Best Preschool Franchise in India
Alphabetz
‘’The rain drop from the sky: If it is caught in hands, it i
‘’The rain drop from the sky: If it is caught in hands, it i
Vivek Mishra
जब आलस बैठाए हो अंतर्मन में: फिर लक्ष्य का भेदन कैसे होगा ?
जब आलस बैठाए हो अंतर्मन में: फिर लक्ष्य का भेदन कैसे होगा ?
Ritesh Deo
Loading...