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1 Sep 2019 · 1 min read

काम है दुनिया का हर पल जलाते रहना

सदा तुम यूं ही मुस्कुराते रहना
काम है दुनिया का हर पल जलाते रहना

आए पल कैसा भी ज़िन्दगी में
हर मुश्किल क्षण को हँसी से ठुकराते रहना

दोस्त से तो हर रोज गले मिलते हो
हर गली दुश्मनों को भी गले लगाते रहना

नाज़ाने कौन कब काम आ जाए ज़िन्दगी में
इसलिए अंजानो को भी अपना बनाते रहना

कर्म ही रह जाते है याँ इंसानो के
‘दीप’कर्म अपने हमेशा सुधारते रहना

©कुल’दीप मिश्रा

Language: Hindi
339 Views
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