Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
Ashok Chhabra
19 Followers
Follow
Report this post
28 Apr 2019 · 1 min read
मतदान
देख लो आज बन गया है चुनाव त्यौहार।
करना सब मतदान को चूक बडी बेकार।।
अशोक छाबडा
26042019
Language:
Hindi
Tag:
दोहा
Like
Share
1 Like
· 309 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Join Sahityapedia on Whatsapp
You may also like these posts
मुसलसल छोड़ देता हूं
पूर्वार्थ
मनुष्य को...
ओंकार मिश्र
विवशता
आशा शैली
रिश्ते
Ashwini sharma
ठहरना मुझको आता नहीं, बहाव साथ ले जाता नहीं।
Manisha Manjari
भुट्टे हैं सेहत के देसी नुस्खे
Sarla Mehta
इंतजार बाकी है
शिवम राव मणि
*जिनसे दूर नहान, सभी का है अभिनंदन (हास्य कुंडलिया)*
Ravi Prakash
राधे राधे
ललकार भारद्वाज
मुहब्बत भी इक जरूरत है ज़िंदगी की,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मेरे प्रभु राम आए हैं
PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य )
ये मन रंगीन से बिल्कुल सफेद हो गया।
Dr. ADITYA BHARTI
मुक्तक
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
Tlash
Swami Ganganiya
जातिवाद का भूत
मधुसूदन गौतम
ये धरती महान है
Santosh kumar Miri
नववर्ष है, नव गीत गाएँ..!
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
दश्त में शह्र की बुनियाद नहीं रख सकता
Sarfaraz Ahmed Aasee
बीज उजाळी भादवै, उमड़ै भगत अपार।
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
जितना आसान होता है
Harminder Kaur
मेरे हाल से बेखबर
Vandna Thakur
नवरात्र में अम्बे मां
Anamika Tiwari 'annpurna '
अहं का अंकुर न फूटे,बनो चित् मय प्राण धन
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
*"श्रद्धा विश्वास रुपिणौ'"*
Shashi kala vyas
संस्कृति
Rambali Mishra
मेरे रहबर मेरे मालिक
gurudeenverma198
धरा और इसमें हरियाली
Buddha Prakash
अब मेरी मजबूरी देखो
VINOD CHAUHAN
Prastya...💐
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
झूठों की मंडी लगी, झूठ बिके दिन-रात।
Arvind trivedi
Loading...