Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Nov 2018 · 1 min read

हानिकारक रोमांस

साहब जी के पास में, खड़ी थी सुन्दर नार
चहरे पर चूरण मले, सुरमा नैन हजार
सुरमा नैन हजार, देख सर खाए धोखा
देख समय अनुकूल, साब ने मारा चौका
पास खड़ा था यार, उसी का ही हरजाई
जमकर धोये हाथ, तबियत से की पिटाई

सम्मेलन का समय था, कौतुक भया अपार
मंच पे कवि पेलचंद, पेल गये दो चार
पेल गये दो चार, एक भी समझ न आई
श्रोता थे होशियार, खिसक गए मेरे भाई
कविता पढ़ कविराय, बोझ हल्का कर मन का
सुनने वाले चार, समय था सम्मेलन का

मेरे मन में प्रेम था, उसके लिये अथाह
मैं पढता था शायरी, वो करती थी वाह
वो करती थी वाह, मुझे उल्लू ही बनाया
पत्रक उसने जाय, खुद बापू को दिखाया
उसके बाप को देख, जुरजुरी हुई बदन में
जूत्ते खाये चार, प्रेम था मेरे मन में

538 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

अगर आपके
अगर आपके
*प्रणय प्रभात*
बस्तर का राजमहल
बस्तर का राजमहल
Dr. Kishan tandon kranti
मेरा जीने का तरीका
मेरा जीने का तरीका
पूर्वार्थ
स्वार्थी मनुष्य (लंबी कविता)
स्वार्थी मनुष्य (लंबी कविता)
SURYA PRAKASH SHARMA
इतना है अरमान हमारा
इतना है अरमान हमारा
अनिल कुमार निश्छल
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
कुछ बीते हुए पल -बीते हुए लोग जब कुछ बीती बातें
कुछ बीते हुए पल -बीते हुए लोग जब कुछ बीती बातें
Atul "Krishn"
सपनों की धुंधली यादें
सपनों की धुंधली यादें
C S Santoshi
आत्मा
आत्मा
Bodhisatva kastooriya
जाने कहां गई वो बातें
जाने कहां गई वो बातें
Suryakant Dwivedi
तमीज़ और तहज़ीब यूं विरासत में मिले हैं मुझे,
तमीज़ और तहज़ीब यूं विरासत में मिले हैं मुझे,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
उपसंहार  ……..
उपसंहार ……..
sushil sarna
प्रेम और करुणा: समझ और अंतर। ~ रविकेश झा।
प्रेम और करुणा: समझ और अंतर। ~ रविकेश झा।
Ravikesh Jha
ग़ज़ल _ अब दिल गूंजते हैं ।
ग़ज़ल _ अब दिल गूंजते हैं ।
Neelofar Khan
जीवन तो चलता रहता है
जीवन तो चलता रहता है
Kanchan verma
कलम
कलम
अखिलेश 'अखिल'
"अधूरा गीत" ग़ज़ल/गीतिका
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
वासना और करुणा
वासना और करुणा
मनोज कर्ण
"श्री शक्ति साधना साहित्य सम्मान" से रूपेश को नवाज़ा गया'
रुपेश कुमार
चिलचिलाती धूप में निकल कर आ गए
चिलचिलाती धूप में निकल कर आ गए
दीपक बवेजा सरल
तुम्हारा नंबर
तुम्हारा नंबर
अंकित आजाद गुप्ता
"Be the prime number."
पूर्वार्थ देव
*सुकुं का झरना*... ( 19 of 25 )
*सुकुं का झरना*... ( 19 of 25 )
Kshma Urmila
"मुश्किल हो गया"
Rekha Sharma "मंजुलाहृदय"
भ्रस्टाचार की लूट
भ्रस्टाचार की लूट
अमित कुमार
2870.*पूर्णिका*
2870.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
थोड़ा-सा मुस्कुरा दो
थोड़ा-सा मुस्कुरा दो
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
मंजिलें
मंजिलें
Mukesh Kumar Sonkar
फलक  पे   देखो  रौशनी  है
फलक पे देखो रौशनी है
Jyoti Shrivastava(ज्योटी श्रीवास्तव)
मुंडी लिपि में दोहों पर कार्य
मुंडी लिपि में दोहों पर कार्य
Ravi Prakash
Loading...