Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
31 Oct 2018 · 1 min read

मैं हूँ हिन्दुस्तान

मैं जंग लगी तलवार नहीं , मैं बेबश लाचार नहीं,
मैं सर से पैर बबंडर हूँ चल पडूँ तो मस्त कलंदर हूँ
बस इन्तेजार उस पल का है जब लगे सब्र अब छलका है .

मैं महाराणा का हूँ प्रताप , मैं वीर शिवा का पलटवार
मैं पृथ्वीराज का शब्दभेदी, रानी लक्ष्मी का प्रतिकार,
मैं समर आल्हा उदल का, मैं कोरा प्रचार नहीं.
मैं जंग लगी तलवार नहीं ……..

मैं वीर शुभाष का देशप्रेम, मंगलपांडे का शंखनाद ,
मैं चंद्रशेखर की आजादी, मैं दिनकर जी का राष्ट्रवाद ,
मैं भगत सिंह का इन्कलाब , मैं कायरता का द्वार नहीं
मैं जंग लगी तलवार नहीं ……….

मैं भागीरथ का तप कठोर, मैं ऋषि अगस्त्य का आत्मज्ञान ,
मैं परशुराम का फरसा हूँ, मैं विश्वामित्र का ब्रह्मज्ञान ,
मैं ऋषि दधिची का हड्डी हूँ, मद, लोभ, दंभ का भार नहीं
मैं जंग लगी तलवार नहीं …….

मैं सतयुग का हूँ हरिश्चंद्र , मैं त्रेता का आदर्श राम;
मैं द्वापर का गांडीव गदा, मैं कलयुग का अब्दुल कलाम ;
मैं जगत गुरु, मैं शांतिदूत , आतंकवाद का द्वार नहीं.
मैं जंग लगी तलवार नहीं , मैं बेबश लाचार नहीं,

मैं हूँ अनादी, मैं हूँ अनंत , मैं हनुमान, मैं जाम्बंत ,
मैं चक्र सुदर्शन केशव का , मैं श्री राम का धनुष बाण ,
मैं नेत्र तीसरा शिवजी का, मैं अश्रु का धार नहीं.
मैं जंग लगी तलवार नहीं ……………

Language: Hindi
3 Likes · 4 Comments · 419 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

मंदिरों की पवित्रता
मंदिरों की पवित्रता
पूर्वार्थ
भूलना तुमको
भूलना तुमको
Dr fauzia Naseem shad
तुम जाते हो..
तुम जाते हो..
Priya Maithil
क्योंकि वह एक सिर्फ सपना था
क्योंकि वह एक सिर्फ सपना था
gurudeenverma198
*त्योरी अफसर की चढ़ी ,फाइल थी बिन नोट  * [ हास्य कुंडलिया 】
*त्योरी अफसर की चढ़ी ,फाइल थी बिन नोट * [ हास्य कुंडलिया 】
Ravi Prakash
गण पर तंत्र सवार
गण पर तंत्र सवार
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
The emotional me and my love
The emotional me and my love
Chaahat
चाँद...... एक खूबसूरती
चाँद...... एक खूबसूरती
Neeraj Kumar Agarwal
शून्य ही सत्य
शून्य ही सत्य
Kanchan verma
मुक्तक
मुक्तक
sushil sarna
जान गया जब मैं ...
जान गया जब मैं ...
Praveen Bhardwaj
4280.💐 *पूर्णिका* 💐
4280.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
सर्द आसमां में दिखती हैं, अधूरे चाँद की अंगड़ाईयाँ
सर्द आसमां में दिखती हैं, अधूरे चाँद की अंगड़ाईयाँ
Manisha Manjari
हुस्न और खूबसूरती से भरे हुए बाजार मिलेंगे
हुस्न और खूबसूरती से भरे हुए बाजार मिलेंगे
शेखर सिंह
पिता का अभिमान बेटियाँ
पिता का अभिमान बेटियाँ
उमेश बैरवा
धर्मस्य दुर्लभो ज्ञाता सम्यक् वक्ता ततोऽपि च। श्रोता ततोऽपि
धर्मस्य दुर्लभो ज्ञाता सम्यक् वक्ता ततोऽपि च। श्रोता ततोऽपि
ललकार भारद्वाज
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
सुप्रभात
सुप्रभात
डॉक्टर रागिनी
एक जीवंत आवाज...
एक जीवंत आवाज...
Otteri Selvakumar
वफ़ाओं की खुशबू मुझ तक यूं पहुंच जाती है,
वफ़ाओं की खुशबू मुझ तक यूं पहुंच जाती है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
बेरोजगार युवाओं का दर्द।
बेरोजगार युवाओं का दर्द।
Abhishek Soni
** मुक्तक **
** मुक्तक **
surenderpal vaidya
तेरे इश्क में इस कदर गुम हुए
तेरे इश्क में इस कदर गुम हुए
Sunil Suman
फ़ेलुन फ़ेलुन फ़ेलुन फ़ेलुन फ़ेलुन फ़ेलुन
फ़ेलुन फ़ेलुन फ़ेलुन फ़ेलुन फ़ेलुन फ़ेलुन
sushil yadav
यमुना मैया
यमुना मैया
Shutisha Rajput
#लघुव्यंग्य-
#लघुव्यंग्य-
*प्रणय प्रभात*
तर्जनी आक्षेेप कर रही विभा पर
तर्जनी आक्षेेप कर रही विभा पर
Suryakant Dwivedi
लिख रहा हूं।
लिख रहा हूं।
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
" घोंघा "
Dr. Kishan tandon kranti
जीवन एक यात्रा ही है.......जिसे आपको तय करना है, ना रुकना है
जीवन एक यात्रा ही है.......जिसे आपको तय करना है, ना रुकना है
पूर्वार्थ देव
Loading...