जीवन एक यात्रा ही है…….जिसे आपको तय करना है, ना रुकना है

जीवन एक यात्रा ही है…….जिसे आपको तय करना है, ना रुकना है ना खत्म करना है।
थक गए तो विश्राम कर लो कुछ देर….
मगर उसे सफर का अंत मत समझो।।
सफ़र का अंत आप तय नहीं कर सकते…..आपको तो सिर्फ तयसुदा मार्ग पे चलते जाना है।
जिसने यात्रा किया वहीं समझ पाया ये जीवन का पूरा सार….
कुछ लोग उम्र के आधे पड़ाव पर भी अब तक नहीं समझ पाए कि इस यात्रा को पूरा कैसे करना है, कैसे आगे बढ़ना है, कैसे इस कठिन डगर पे चलते चलते जो हमने रिश्ते बनाए हैं
जिसे हम परिवार,मित्र, रिश्तेदार कहते हैं।।।।
उनके साथ कैसे संबंध रखना है ये आज तक समझ नहीं पाए।।।।
आप अपने इस यात्रा में कहां तक पहुंच चुके है और कहां तक जाने की सोच रखते हैं जरूर बताएं ।।
ना थके कभी पैर ना कभी हिम्मत हारी है…
जज्बा है परिवर्तन का इसलिये सफ़र जारी है!