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24 Aug 2018 · 1 min read

dev ho tum danav bhi tum

देव हो तुम दानव भी तुम

सृजन की हो आस तुम
विनाश का भी भास तुम
मरण जीवन चक्र तुम
उद्धार का द्वार भी तुम
देव भी तुम दानव भी तुम

कृष्ण की हो तुम बाँसुरी
मन की तुम वृत्ति आसुरी
नेह की अनंत धार हो तुम
कुटिल चाल की मार भी तुम
देव हो तुम दानव भी तुम

नवरस का व्यापार हो तुम
बसंत व्याप्त श्रृंगार हो तुम
विपदा का अंगार भी तुम
सिंधु मंथन का उपहार भी तुम
देव हो तुम दानव भी तुम

तुम जीवन संगीत लक्ष्य का
तुम हो मृत्यु गीत यक्ष का
ढूंढ रहा है जो समाधान
मन का वो विधान भी तुम
देव हो तुम दानव भी तुम

मीनाक्षी भटनागर
स्वरचित

Language: Hindi
314 Views
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