Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 Dec 2023 · 1 min read

विश्व पटल से सदा सभी को एक दिवस

विश्व पटल से सदा सभी को एक दिवस
हटना है (मुक्तक)
#####################
विश्व पटल से सदा सभी को एक दिवस
हटना है
मृत्यु सुनिश्चित तथ्य जानकर श्रेयस्कर रटना
है
चाहे मरण आज आ जाए या सौ बरस जियें हम
मृत्यु एक जीवन का क्रम है , साधारण घटना
है
########################
रचयिता : रवि प्रकाश, बाजार सर्राफा, रामपुर उत्तर प्रदेश
मोबाइल 99976 15451

86 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ravi Prakash
View all
You may also like:
সেই আপেল
সেই আপেল
Otteri Selvakumar
इंद्रधनुष सी जिंदगी
इंद्रधनुष सी जिंदगी
Dr Parveen Thakur
तनहाई
तनहाई
Sanjay ' शून्य'
12- अब घर आ जा लल्ला
12- अब घर आ जा लल्ला
Ajay Kumar Vimal
नींद आए तो सोना नहीं है
नींद आए तो सोना नहीं है
कवि दीपक बवेजा
अस्मिता
अस्मिता
Shyam Sundar Subramanian
बारिश
बारिश
Punam Pande
"कैंसर की वैक्सीन"
Dr. Kishan tandon kranti
मैं खुद से कर सकूं इंसाफ
मैं खुद से कर सकूं इंसाफ
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
बहुत संभाल कर रखी चीजें
बहुत संभाल कर रखी चीजें
Dheerja Sharma
कोई टूटे तो उसे सजाना सीखो,कोई रूठे तो उसे मनाना सीखो,
कोई टूटे तो उसे सजाना सीखो,कोई रूठे तो उसे मनाना सीखो,
Ranjeet kumar patre
किताब
किताब
Lalit Singh thakur
की है निगाहे - नाज़ ने दिल पे हया की चोट
की है निगाहे - नाज़ ने दिल पे हया की चोट
Sarfaraz Ahmed Aasee
दूध-जले मुख से बिना फूंक फूंक के कही गयी फूहड़ बात! / MUSAFIR BAITHA
दूध-जले मुख से बिना फूंक फूंक के कही गयी फूहड़ बात! / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
जो गिर गिर कर उठ जाते है, जो मुश्किल से न घबराते है,
जो गिर गिर कर उठ जाते है, जो मुश्किल से न घबराते है,
अनूप अम्बर
" मुझमें फिर से बहार न आयेगी "
Aarti sirsat
दोहे - नारी
दोहे - नारी
sushil sarna
श्राद्ध
श्राद्ध
Mukesh Kumar Sonkar
■ नज़रिया बदले तो नज़ारे भी बदल जाते हैं।
■ नज़रिया बदले तो नज़ारे भी बदल जाते हैं।
*Author प्रणय प्रभात*
3223.*पूर्णिका*
3223.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
आजकल / (नवगीत)
आजकल / (नवगीत)
ईश्वर दयाल गोस्वामी
होगा बढ़िया व्यापार
होगा बढ़िया व्यापार
Buddha Prakash
जिंदगी एक किराये का घर है।
जिंदगी एक किराये का घर है।
ज्ञानीचोर ज्ञानीचोर
फिर मिलेंगे
फिर मिलेंगे
साहित्य गौरव
*सभी ने सत्य यह माना, सभी को एक दिन जाना ((हिंदी गजल/ गीतिका
*सभी ने सत्य यह माना, सभी को एक दिन जाना ((हिंदी गजल/ गीतिका
Ravi Prakash
यदि कोई अपनी इच्छाओं और आवश्यकताओं से मुक्त हो तो वह मोक्ष औ
यदि कोई अपनी इच्छाओं और आवश्यकताओं से मुक्त हो तो वह मोक्ष औ
Ms.Ankit Halke jha
डॉ० रामबली मिश्र हरिहरपुरी का
डॉ० रामबली मिश्र हरिहरपुरी का
Rambali Mishra
सन्यासी
सन्यासी
Neeraj Agarwal
भगवान की तलाश में इंसान
भगवान की तलाश में इंसान
Ram Krishan Rastogi
हम मुहब्बत कर रहे थे
हम मुहब्बत कर रहे थे
shabina. Naaz
Loading...