Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Apr 2023 · 1 min read

जल धारा में चलते चलते,

जल धारा में चलते चलते,
माँ गुनगुना रही है,
बेटा ओहदेदार बनेगा,
खुद को सुना रही है।

ऐ ! कंधे बैठने वाले,
मन के पन्नों पर लिख लेना ।
मां ने खवा बनाया नैया,
कल उतराई दे देना ।

लौह कलम से बज्र शिला पर,
मानस पर अंकित करना तुम |
तेरी बारी जब भी आये,
खुद को बंचित न करना तुम।

जिसने अपनी मां को माना,
कभी न उसे सताया।
बचा रहा हर बला से हर दिन,
जीवन में सुख पाया।

सतीश सृजन

Language: Hindi
176 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Satish Srijan
View all
You may also like:
ऊँचाई .....
ऊँचाई .....
sushil sarna
इंसान कहीं का भी नहीं रहता, गर दिल बंजर हो जाए।
इंसान कहीं का भी नहीं रहता, गर दिल बंजर हो जाए।
Monika Verma
ये  भी  क्या  कमाल  हो  गया
ये भी क्या कमाल हो गया
shabina. Naaz
कायम रखें उत्साह
कायम रखें उत्साह
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
तुम रट गये  जुबां पे,
तुम रट गये जुबां पे,
Satish Srijan
मतिभ्रष्ट
मतिभ्रष्ट
Shyam Sundar Subramanian
" फ़साने हमारे "
Aarti sirsat
धरती माँ ने भेज दी
धरती माँ ने भेज दी
Dr Manju Saini
शिक्षा
शिक्षा
डॉ०छोटेलाल सिंह 'मनमीत'
पल का मलाल
पल का मलाल
Punam Pande
कोयल (बाल कविता)
कोयल (बाल कविता)
नाथ सोनांचली
खुशियों का दौर गया , चाहतों का दौर गया
खुशियों का दौर गया , चाहतों का दौर गया
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
रोजाना आने लगे , बादल अब घनघोर (कुंडलिया)
रोजाना आने लगे , बादल अब घनघोर (कुंडलिया)
Ravi Prakash
चिट्ठी   तेरे   नाम   की, पढ लेना करतार।
चिट्ठी तेरे नाम की, पढ लेना करतार।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
डरे गड़ेंता ऐंड़ाने (बुंदेली गीत)
डरे गड़ेंता ऐंड़ाने (बुंदेली गीत)
ईश्वर दयाल गोस्वामी
बुलन्द होंसला रखने वाले लोग, कभी डरा नहीं करते
बुलन्द होंसला रखने वाले लोग, कभी डरा नहीं करते
The_dk_poetry
■ आज ऐतिहासिक दिन
■ आज ऐतिहासिक दिन
*Author प्रणय प्रभात*
झूम मस्ती में झूम
झूम मस्ती में झूम
gurudeenverma198
अज्ञानी की कलम
अज्ञानी की कलम
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
मुझे तेरी जरूरत है
मुझे तेरी जरूरत है
Basant Bhagawan Roy
आपकी खुशहाली और अच्छे हालात
आपकी खुशहाली और अच्छे हालात
Paras Nath Jha
सत्य और अमृत
सत्य और अमृत
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
विश्व रंगमंच दिवस पर....
विश्व रंगमंच दिवस पर....
डॉ.सीमा अग्रवाल
कहीं और हँसके खुशियों का इज़हार करते हैं ,अपनों से उखड़े रहकर
कहीं और हँसके खुशियों का इज़हार करते हैं ,अपनों से उखड़े रहकर
DrLakshman Jha Parimal
मेरी गुड़िया (संस्मरण)
मेरी गुड़िया (संस्मरण)
Kanchan Khanna
अस्थिर मन
अस्थिर मन
Dr fauzia Naseem shad
3042.*पूर्णिका*
3042.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
एक खत जिंदगी के नाम
एक खत जिंदगी के नाम
पूर्वार्थ
शायरी संग्रह नई पुरानी शायरियां विनीत सिंह शायर
शायरी संग्रह नई पुरानी शायरियां विनीत सिंह शायर
Vinit kumar
कहानी :#सम्मान
कहानी :#सम्मान
Usha Sharma
Loading...