Posts Poetry Writing Challenge-2 210 authors · 4349 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 26 Next शशि कांत श्रीवास्तव 18 Feb 2024 · 1 min read आशा की किरण *आशा की किरण* ***************** आशा की वो प्रथम किरण -जो कल भी जली थी आज भी जली है..., और -कल भी जलेगी...! लेकर आने को धरा पर , आशा का... Poetry Writing Challenge-2 1 66 Share Suman (Aditi Angel 🧚🏻) 18 Feb 2024 · 1 min read पहले तेरे पास पहले तेरे पास मेरे लिए दिन का हर पल होता था वक्त का पहिया पलटा और अब तेरे पास मेरे लिए दिन का एक मिनट भी नहीं। - सुमन मीना... Poetry Writing Challenge-2 · SilentEyes · शायरी 1 102 Share Suman (Aditi Angel 🧚🏻) 18 Feb 2024 · 1 min read नित जीवन के संघर्षों से नित जीवन के संघर्षों से जब टूट चुका हो अंतर्मन नाकामियों की जंजीर तोड़ तब उम्मीद लाया नई किरन। मन की विश्रांति को ढूंढने प्रेम ने किया मधुर गूँजन अपनों... Poetry Writing Challenge-2 · SilentEyes · कविता 1 150 Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 18 Feb 2024 · 1 min read *अच्छा नहीं लगता* तुम मुझे कुछ भी कह दो मुझे बुरा नहीं लगता सारा दिन बैठता हूं तेरे इंतज़ार में इंतज़ार बुरा नहीं लगता तुम्हारी नाराज़गी भी चलेगी मुझे बुरा नहीं लगता लेकिन... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry · Shayari · कविता · शायरी 251 Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 18 Feb 2024 · 1 min read *दूसरा मौका* किस बात का बदला ले रहे हो हमसे जो आज फिर मुंह मोड़ रहे हो हमसे हमने तो कभी सोचा नहीं था कि ये इश्क़ ये दिन भी दिखाएगा इतनी... Poetry Writing Challenge-2 · Hindi · Kavita · Poetry · Shayari 110 Share OM PRAKASH MEENA 18 Feb 2024 · 1 min read तनाव इस लौकिक जगत में स्थित प्रज्ञ सा सुदृढ़मना होकर भी सदा सुरक्षित नहीं तुम मुझसे मैं तनाव तुम्हारे मन में निर्मित जीवन दर्शन के सुरक्षा कवच को छेद कर गहन... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 114 Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 18 Feb 2024 · 1 min read *दिल जल रहा है* है सर्द रातें दिल जल रहा है जाने क्यों वो मेरे दिल से खेल रहा है कोई बता दो जाकर उसको सता रहे हो जिसे, वो तेरे लिए ही जी... Poetry Writing Challenge-2 · Shayari · कविता · ग़ज़ल 3 1 885 Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 18 Feb 2024 · 1 min read *उम्रभर* लिखा था क़िस्मत में जो मुझे वही मिला उम्रभर मैंने कभी कोशिश नहीं की क़िस्मत बदलने की उम्रभर अब शिकायत किससे करूं ख़ुद कुछ किया नहीं उम्रभर परिणाम का इंतज़ार... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry · Surendersharmashiv 105 Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 18 Feb 2024 · 1 min read *बुज़ुर्गों ने कहा है* जिसे तुम चाहोगे दिलसे वही तुमको रुलाएगी इक दिन छोड़कर तुमको तेरा दिल तोड़ जायेगी जो जीना चाहता है तो किसी को याद मत करना मिले जो राह में कोई... Poetry Writing Challenge-2 · Hindi Kavita · Kavita · Poetry 3 1k Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 18 Feb 2024 · 1 min read *इश्क़ की दुनिया* क्यों वो रात आती नहीं जब उसकी याद सताती नहीं कर रहा हूँ इंतज़ार बरसों बरस क्यों ये नींद अब सुलाती नहीं डूबा रहता हूँ उसकी आँखों में जाने क्यों... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · गीत · प्यार · याद 113 Share OM PRAKASH MEENA 18 Feb 2024 · 1 min read सर्दी विशाल वैभव विलासिता की चमचमाती चर्चित चकाचौंध में आधुनिक सुख सुविधाओं के साधनों से सुसज्जित वातानुकूलित कक्ष में बैठकर अर्थ क्या बताएंगे हम कड़ाके की ठंड ,शीत लहर का इस... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 128 Share OM PRAKASH MEENA 18 Feb 2024 · 1 min read सौंदर्य हर दिन फल सब्जी के ठेले पर जिंदगी के अभावो से संघर्ष करती अपने दुर्भाग्य से संवाद करती चमक दमक से अनभिज्ञ जीर्ण शीर्ण वस्त्रों में शहर के गली मोहल्लों... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 113 Share OM PRAKASH MEENA 18 Feb 2024 · 1 min read खण्डहर आभाहीन पत्थरो ,ईटो से निर्मित इन अवशेष खंडहरों में छिपे पड़े हैं सामंती जीवन के ऐतिहासिक संदर्भ बौद्धिक चेतना से प्रेरित पुरातात्विक शोध होगा तो खंडहरों में अंतर्निहित अतीत के... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 79 Share OM PRAKASH MEENA 18 Feb 2024 · 1 min read रुपया अभी अभी लौटा हूं बाजार के भीड़ भरे माहौल से जिसमें उथल-पुथल आपा धापी रेलमपेल भाग दौड़ व्यस्त जिंदगी के सिवा कुछ भी नहीं इन सब के केंद्र बिंदु ढूंढा... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 100 Share प्रकाश जुयाल 'मुकेश' 18 Feb 2024 · 1 min read मेरी उम्र का प्यार भी मेरी उम्र का प्यार भी बस आंखों तक रह गया ।। था अकेला तनहा जीवन विरह में सब शामिल था । मिला मुझे फिर नया यार वो भी मुझसा बिरला... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 91 Share OM PRAKASH MEENA 18 Feb 2024 · 1 min read आत्म बोध कीर्ति और वैभव के उच्च आयामों को स्पर्श करने वाला सम्भ्रांत व्यक्ति जब परमात्मा के जीवंत प्रतिमा के सम्मुख खड़ा होता है तो आत्मबोध होने लगता है खुद को खुद... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 128 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 18 Feb 2024 · 1 min read फागुन की अंगड़ाई मधुमास की खुशबू बिखरने लगी है किंशुक कुसुम से चमकने लगी है आमों की बौरों से गमकने लगी है कोयल की कूक से चहकने लगी है सखी साजन अभी तक... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 207 Share दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" } 18 Feb 2024 · 1 min read हे दिनकर - दीपक नीलपदम् हे दिनकर अहसानमंद हम तुमसे जीवन प्राण पाएं हम चले पवन और बरसें बादल झूमे मन हो मतवाला हो पागल हो हरा भरा पृथ्वी का आंचल क्या क्यों हिमनद क्या... Poetry Writing Challenge-2 · दीपक कुमार श्रीवास्तव नील पदम् · दीपक नील पदम् · दीपक नीलपदम · दीपकनीलपदम् · नील पदम् की कवितायेँ 1 117 Share दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" } 18 Feb 2024 · 1 min read तुम घर से मत निकलना - दीपक नीलपदम् तुम अब घर से बाहर भी मत निकलना और तुम मत अब घर के भीतर भी रहना । मत सोचना कि चंद्र और सूर्य पर या फिर इस पृथ्वी पर... Poetry Writing Challenge-2 · दीपक कुमार श्रीवास्तव नील पदम् · दीपक नील पदम् · दीपक नीलपदम · दीपकनीलपदम् · नील पदम् की कवितायेँ 1 353 Share दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" } 18 Feb 2024 · 1 min read दीप जलते रहें - दीपक नीलपदम् दीप जलते रहें अनवरत-अनवरत आओ सौगंध लें, आओ लें आज व्रत । दीप ऐसे जलें, न अन्धेरा रहे शाम हो न कभी, बस सवेरा रहे, रौशनी की कड़ी से कड़ी... Poetry Writing Challenge-2 · दीपक कुमार श्रीवास्तव नील पदम् · दीपक नील पदम् · दीपक नीलपदम · दीपकनीलपदम् · नील पदम् की कवितायेँ 1 161 Share दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" } 18 Feb 2024 · 1 min read लौह पुरुष - दीपक नीलपदम् आजाद हुए थे जिस दिन हम टुकड़ों में देश के हिस्से थे, हर टुकड़ा एक स्वघोषित देश था छिन्न-भिन्न भारत का वेश। तब तुम उठे भुज दंड उठा भाव तभी... Poetry Writing Challenge-2 · दीपक कुमार श्रीवास्तव नील पदम् · दीपक नील पदम् · दीपक नीलपदम · दीपकनीलपदम् · नील पदम् की कवितायेँ 1 125 Share दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" } 18 Feb 2024 · 2 min read ऐ भाई - दीपक नीलपदम् ऐ भाई ! जरा देख कर चलो जरा संभल कर चलो पर उससे पहले जाग जाओ | कब तक आँखें बंद कर काटते रहोगे वही पेड़ जिस पर बैठे हो... Poetry Writing Challenge-2 · दीपक कुमार श्रीवास्तव नील पदम् · दीपक नील पदम् · दीपक नीलपदम · दीपकनीलपदम् · नील पदम् की कवितायेँ 1 143 Share दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" } 18 Feb 2024 · 1 min read राक्षसी कृत्य - दीपक नीलपदम् क्या वजह करते फिरें क्यों वो राक्षसी कृत्य मानव को मानव खा रहा करते दानवी नृत्य। आखिर क्या इनको चाहिए पूछो इनसे जाय, कौन सी इनकी सोच है जो मानवता... Poetry Writing Challenge-2 · दीपक कुमार श्रीवास्तव नील पदम् · दीपक नील पदम् · दीपक नीलपदम · दीपकनीलपदम् · नील पदम् की कवितायेँ 1 272 Share दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" } 18 Feb 2024 · 2 min read पुरखों का घर - दीपक नीलपदम् पता पिता से पाया था मैं पुरखों के घर आया था एक गाँव के बीच बसा पर उसे अकेला पाया था । माँ बाबू से हम सुनते थे उस घर... Poetry Writing Challenge-2 · दीपक कुमार श्रीवास्तव नील पदम् · दीपक नील पदम् · दीपक नीलपदम · दीपकनीलपदम् · नील पदम् की कवितायेँ 1 190 Share दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" } 18 Feb 2024 · 1 min read ठण्डी राख़ - दीपक नीलपदम् जनता सहती सबकुछ चुपचाप, जैसे शांत और ठण्डी राख़, होम राष्ट्र-हित करती निज हित, किन्तु रहा उसे सब विदित, सदियों तक बहलाई तुमने निज हित ली अंगड़ाई तुमने, चार दिनों... Poetry Writing Challenge-2 · दीपक कुमार श्रीवास्तव नील पदम् · दीपक नील पदम् · दीपक नीलपदम · दीपकनीलपदम् · नील पदम् की कवितायेँ 1 217 Share दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" } 18 Feb 2024 · 1 min read सुनो - दीपक नीलपदम् सुनो, किसी भी सफर में रहना, फोन जरूर करते रहना, हालात, ठीक ना हों अगर, मिस्ड काल ही देते रहना। और हाँ, कहीं भी चले जाना, आवाज जरूर देते रहना,... Poetry Writing Challenge-2 · दीपक कुमार श्रीवास्तव नील पदम् · दीपक नील पदम् · दीपक नीलपदम · दीपकनीलपदम् · नील पदम् की कवितायेँ 1 129 Share दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" } 18 Feb 2024 · 1 min read शिव - दीपक नीलपदम् तुम लाख छुपाओ बात मगर, कल सबको पता चल जाएगा, पत्ता, पत्थर, पानी, कंकड़, चीख़ चीख़ बतलायेगा । यह डर जो तुम्हारे दिल में है, सब पता सरे-महफ़िल में है,... Poetry Writing Challenge-2 · दीपक कुमार श्रीवास्तव नील पदम् · दीपक नील पदम् · दीपक नीलपदम · दीपकनीलपदम् · नील पदम् की कवितायेँ 1 179 Share अनुराग दीक्षित 18 Feb 2024 · 1 min read तुम फिर आओ गिरधारी! तुम फिर आओ गिरधारी! हे मोहन मदन मुरारी, तुम फिर आओ गिरधारी दम्भी का दर्प मिटाया बन गोवर्धन गिरधारी हे मोर मुकुट सिर धारी मन भावे छवि तुम्हारी हे मोहन... Poetry Writing Challenge-2 56 Share दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" } 18 Feb 2024 · 5 min read राम - दीपक नीलपदम् देखें क्या है राम में, चलें अयोध्या धाम में, तैयारी हैं जोर-शोर से सभी जुटे हैं काम में । कौन राम जो वन को गए थे, छोटे भईया लखन संग... Poetry Writing Challenge-2 · दीपक कुमार श्रीवास्तव नील पदम् · दीपक नील पदम् · दीपक नीलपदम · दीपकनीलपदम् · नील पदम् की कवितायेँ 2 448 Share अनुराग दीक्षित 18 Feb 2024 · 1 min read तुम्हें युग प्रवर्तक है शत-शत नमन।। तुम्हें युग प्रवर्तक है शत-शत नमन युवा दिवस युवा शक्ति प्रेरक सकल कर्मयोगी तुम्हें युग प्रवर्तक है शत-शत नमन युवाशक्ति जागे कर्म पथ हो आगे सदा कर्म सिंचित हो अपना... Poetry Writing Challenge-2 128 Share दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" } 18 Feb 2024 · 1 min read याद - दीपक नीलपदम् बहुत दिनन के, बाद आयी हमका, मोरे पिहरवा की, याद रे ॥1॥ चाँदी जैसे खेतवा में, सोना जैसन गेहूँ बाली, तपत दुपहरिया में आस रे ॥2॥ अँगना के लीपन में,... Poetry Writing Challenge-2 · दीपक कुमार श्रीवास्तव नील पदम् · दीपक नील पदम् · दीपक नीलपदम · दीपकनीलपदम् · नील पदम् की कवितायेँ 1 162 Share अनुराग दीक्षित 18 Feb 2024 · 2 min read प्रेम के खत न मैं लिख सकूंगा सनम। प्रेम के खत न मैं लिख सकूंगा सनम मेरी उल्फत का अहसास कर लो सनम। खत लिखूँगा तो भीगेगा कागज़ का तन प्रेम से हो सराबोर उसका भी मन चुपके... Poetry Writing Challenge-2 111 Share दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" } 18 Feb 2024 · 1 min read तुमने - दीपक नीलपदम् मेरे मन के शांत जलाशय से, ओ! वन की स्वच्छंद चँचल हिरनी तूने नीर-पान करके- शांत सरोवर के जल में ये कैसी उथल-पुथल कर दी। मैं शांत रहा हूँ सदियों... Poetry Writing Challenge-2 · दीपक कुमार श्रीवास्तव नील पदम् · दीपक नील पदम् · दीपक नीलपदम · दीपकनीलपदम् · नील पदम् की कवितायेँ 1 238 Share दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" } 18 Feb 2024 · 1 min read फ़लसफ़े - दीपक नीलपदम् पत्थर का सफ़ीना भी, तैरता रहेगा अगर, तैरने के फलसफे को, दुरुस्त रखा जाये। मुनासिब है, ऊंचाइयों पर जाकर रुके कोई, उड़ने का हुनर अगर, बाज से सीखा जाये ।... Poetry Writing Challenge-2 · दीपक कुमार श्रीवास्तव नील पदम् · दीपक नील पदम् · दीपक नीलपदम · दीपकनीलपदम् · नील पदम् की कवितायेँ 2 134 Share दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" } 18 Feb 2024 · 1 min read हम जानते हैं - दीपक नीलपदम् छाले पड़े हैं पाँव में और, लब भी हुए हैं खुश्क, आँखें बह चलीं हैं गले में, आवाज़ नहीं है । पैर थमे हैं बेड़ियों से, अभी आज़ाद नहीं हैं,... Poetry Writing Challenge-2 · दीपक कुमार श्रीवास्तव नील पदम् · दीपक नील पदम् · दीपक नीलपदम · दीपकनीलपदम् · नील पदम् की कवितायेँ 1 190 Share दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" } 18 Feb 2024 · 1 min read रिश्ता - दीपक नीलपदम् इसकी तामीर की सज़ा क्या होगी, घर एक काँच का सजाया हमने । मेरी मुस्कान भी नागवार लगे उनको, जिनके हर नाज़ को सिद्दत से उठाया हमने । वक़्त आने... Poetry Writing Challenge-2 · दीपक कुमार श्रीवास्तव नील पदम् · दीपक नील पदम् · दीपक नीलपदम · दीपकनीलपदम् · नील पदम् की कवितायेँ 1 206 Share अनुराग दीक्षित 18 Feb 2024 · 1 min read अवध में फिर से आये राम । अवध में फिर से आये राम । आज सब हर्षित हैं पुर ग्राम अवध में फिर से आये राम । रहे त्रेता में वनवासी, तो कलियुग में तम्बूवासी कभी निश्चर... Poetry Writing Challenge-2 64 Share दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" } 18 Feb 2024 · 1 min read तेरा कंधे पे सर रखकर - दीपक नीलपदम् तेरा कंधे पे सर रखकर के, शुकराना अदा करना, रहे हरदम यही मंजर, मुझे कुछ याद ना रखना । घड़ी वो थी मुबारक, आपने बोला था शुक्रिया, एक बार बोले... Poetry Writing Challenge-2 · दीपक कुमार श्रीवास्तव नील पदम् · दीपक नील पदम् · दीपक नीलपदम · दीपकनीलपदम् · नील पदम् की कवितायेँ 1 149 Share दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" } 18 Feb 2024 · 1 min read शहर - दीपक नीलपदम् कौन कहता है, सो रहा है शहर, कितने किस्से तो कह रहा है शहर। किसी मजलूम का मासूम दिल टूटा होगा, कितना संजीदा है, कितना रो रहा है शहर। ये... Poetry Writing Challenge-2 · दीपक कुमार श्रीवास्तव नील पदम् · दीपक नील पदम् · दीपक नीलपदम · दीपकनीलपदम् · नील पदम् की कवितायेँ 1 125 Share अनुराग दीक्षित 17 Feb 2024 · 2 min read मैं भारत हूं मैं, भारत हूं मैं भारत हूं मैं भारत हूं। मैं भारत हूं मैं भारत हूं मैं भारत हूं मैं भारत हूं मैं। मैं भारत हूं मैं भारत हूं मैं भारत हूं मैं भारत हूं। गौतम का न्याय सूत्र मुझमें,तो... Poetry Writing Challenge-2 58 Share दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" } 17 Feb 2024 · 1 min read हवन - दीपक नीलपदम् हवन हुआ, ये धुआं उठा, मैं होम हुआ जाने किसपर, जाने कौन पुकारे मुझको, निकल गया मैं किस पथ पर । पैरों के नीचे अंगारे, हाथों में समिधा की गठरी,... Poetry Writing Challenge-2 · दीपक कुमार श्रीवास्तव नील पदम् · दीपक नील पदम् · दीपक नीलपदम · दीपकनीलपदम् · नजरिया-ए-नील पदम् 1 112 Share दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" } 17 Feb 2024 · 1 min read सुस्ता लीजिये - दीपक नीलपदम् सुस्ता लीजिये थोड़ा, थक गए हैं अगर, रुक लीजिये थोड़ा, रुक गए हैं अगर। रुकना है अभिशाप ये जान लें मगर। इस हद तक दौड़ मची हुई है आज, लगती... Poetry Writing Challenge-2 · दीपक कुमार श्रीवास्तव नील पदम् · दीपक नील पदम् · दीपक नीलपदम · दीपकनीलपदम् · नजरिया-ए-नील पदम् 1 169 Share दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" } 17 Feb 2024 · 1 min read स्वप्न लोक के खिलौने - दीपक नीलपदम् फिसल गए हाथ से, स्वप्न-लोक के खिलौने सारे, ज्यों फ़िसल जाता है वर्षा-जल पड़कर रेत पर। व्यर्थ उभरकर रह गईं भावनायें कोमल सारी, होती है व्यर्थ मेहनत, किसान की जैसे,... Poetry Writing Challenge-2 · दीपक कुमार श्रीवास्तव नील पदम् · दीपक नील पदम् · दीपक नीलपदम · दीपकनीलपदम् · नजरिया-ए-नील पदम् 1 136 Share manjula chauhan 17 Feb 2024 · 1 min read शाम के ढलते शाम के ढलते ही एक दौड़ सी खत्म हुई, शहर के शोर शराबे की सदा सी खत्म हुई। ढूंढ रहे थे हम भी सपनों को इन आंखों में, पर उससे... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 1 152 Share PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य ) 17 Feb 2024 · 1 min read उड़ चल पंछी उड़ चल पंछी तू अब उड़ चल। दे रहा चुनौती नील गगन, टकराने दे तू आज पवन। अपने डैनों का ले संबल, कर देना नभ में तू हल चल। उड़... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 4 2 400 Share दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" } 17 Feb 2024 · 1 min read काश - दीपक नील पदम् काश ये क़यामत थोड़ा पहले आती, ख़ुदा की कसम कोई बात बन जाती, अपनी आँखों में होती चमक सितारों की, ज़िन्दगी किस कदर बदल जाती । यूँही फिरते रहे अंधेरों... Poetry Writing Challenge-2 · दीपक कुमार श्रीवास्तव नील पदम् · दीपक नील पदम् · दीपक नीलपदम · दीपकनीलपदम् · नजरिया-ए-नीलपदम् 2 2 170 Share दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" } 17 Feb 2024 · 1 min read स्तुति - दीपक नीलपदम् रहो भवानी साथ तुम जब तक हो पूर्ण ये काज, नील पदम् व्रत ले लिया कीजो सुफल सो काज। श्रीमुख श्री गणेश जी विरजो कलम में आय, रहो सहाय नाथ... Poetry Writing Challenge-2 · दीपक कुमार श्रीवास्तव नील पदम् · दीपक नील पदम् · दीपक नीलपदम · दीपकनीलपदम् · नजरिया-ए-नील पदम् 2 189 Share दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" } 17 Feb 2024 · 1 min read ज़िन्दगी - दीपक नीलपदम् एक कूप में जैसे फँसी हो ज़िन्दगी; आधी-अधूरी-चौथाई ज़िन्दगी; टुकड़े-टुकड़े बिखरकर फैली हुई ज़िन्दगी। समेटकर सहेजने के प्रयास में कैकेयी के कोप-भवन सी और बिफरती हुई ज़िन्दगी; संवार कर जोड़ने... Poetry Writing Challenge-2 · दीपक कुमार श्रीवास्तव नील पदम् · दीपक नील पदम् · दीपक नीलपदम · दीपकनीलपदम् · नजरिया-ए-नील पदम् 1 148 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 17 Feb 2024 · 1 min read सीता स्वयंवर # सीता स्वयंवर # विवाह योग्य हुई सीता राजा जनक को चिंता सताई थी सुयोग्य वर चुनने को मुनादी स्वयंवर की कराई थी दूर दूर से राजे, महाराजे, वीर और... Poetry Writing Challenge-2 72 Share Aman Kumar Holy 17 Feb 2024 · 1 min read किसान चट्टानी पृष्ठ पर, कुदाल रूपी कलम लेकर लहू स्वेद की स्याही से उकेरते हैं लहलहाते हुए फसलों की आकृति। इस आकृति की प्रारंभिक स्वरूप है नन्ही सी बीज। जिसमें पड़ती... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 91 Share Previous Page 26 Next